Nirdhanata निर्धनता

Nirdhanata निर्धनता Nirdhanata निर्धनता निर्धनता धन की कमी को निर्धनता कहा जाता है अर्थशास्त्र में जब हम निर्धनता की बात करते हैं तो निर्धन शब्द से तात्पर्य उन व्यक्तियों से हैं जिनकी आय एक निश्चित स्तर से कम होती हैं सभी देशों में निर्धनता निर्धारण के लिए अलग-अलग कसौटियां अपनाई जाती हैं हमारे भारत देश … Read more

आंकड़ों का प्रस्तुतीकरण

आंकड़ों का प्रस्तुतीकरण आंकड़ों का प्रस्तुतीकरण संग्रहित एवं व्यवस्थित किए गए आंकड़ों को एक उचित प्रकार से प्रस्तुत करना आंकड़ों का प्रस्तुतीकरण कहलाता है आंकड़ों का प्रस्तुतीकरण सामान्यतः तीन प्रकार से होता है- पाठ विषयक प्रस्तुतीकरण सारणीबद्ध प्रस्तुतीकरण आरेखीय प्रस्तुतीकरण आकड़ों का पाठ विषयक प्रस्तुतीकरण पाठ विषयक प्रस्तुतीकरण में पाठ में ही आंकड़ों का विवरण … Read more

Poorn Pratiyogita पूर्ण प्रतियोगिता

Poorn Pratiyogita पूर्ण प्रतियोगिता Poorn Pratiyogita पूर्ण प्रतियोगिता पूर्ण प्रतियोगिता में वस्तु की कीमत किस प्रकार निर्धारित की जाती है पूर्ण प्रतियोगिता में किसी वस्तु की कीमत का निर्धारण समस्त उद्योग की मांग तथा समस्त उपभोक्ताओं की पूर्ति के द्वारा होता है अथार्थ पूर्ण प्रतियोगिता में वस्तु की कीमत का निर्धारण बाजार मांग एवं बाजार … Read more

भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के लिए ग्रामीण विकास आवश्यक है क्यों

भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के लिए ग्रामीण विकास आवश्यक है क्योंकि आजादी के 60 वर्षों के बाद भी भारत की अधिकांश जनसंख्या गांव में निवास करती हैं यदि हमें सही मायने में अर्थव्यवस्था का विकास करना है देश का विकास करना है तो सबसे पहले हमें ग्रामीण क्षेत्र के विकास की आवश्यकता है और सभी … Read more

व्यापार एवं व्यापार के प्रकार

व्यापार एवं व्यापार के प्रकार व्यापार एवं व्यापार के प्रकारव्यापार किसे कहते हैंवस्तुओं को खरीदने एवं बेचने का कार्य व्यापार कहलाता हैव्यापार बाजार में होता हैबाजार के आकार और स्थिति के आधार पर व्यापार को अलग अलग भागों में बांटा जाता है मुख्य रूप से व्यापार निम्नलिखित प्रकार से होता हैस्थानीय व्यापारप्रादेशिक व्यापारअंतर राज्य व्यापारअंतर्राष्ट्रीय … Read more

अर्थशास्त्र कक्षा 11 अध्याय 3 उदारीकरण निजीकरण और वैश्वीकरण एक समीक्षा

प्रश्न 1 भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्तीय क्षेत्र में नियंत्रक की भूमिका से अपने को सुविधा प्रदाता की भूमिका अदा करने में क्यों परिवर्तित किया उत्तर भारतीय रिजर्व बैंक ने उदारीकरण को बढ़ावा देने के लिए एवं वित्तीय क्षेत्र में सुधार हेतु वित्तीय क्षेत्र में नियंत्रक की भूमिका से अपने को सुविधा प्रदाता की भूमिका … Read more

अर्थशास्त्र कक्षा 11 सांख्यिकी एक परिचय

उपभोक्ता किसे कहते हैं व्यक्ति अपनी व्यक्तिगत अपने परिवार की अथवा उन अन्य व्यक्तियों की आवश्यकता को संतुष्ट कर सके जिसे वह उपहार देना चाहता है तब वह उपभोक्ता कहलाता है विक्रेता किसे कहते हैं उत्तर जब वस्तुओं को स्वयं के लाभ के लिए बेचते हैं तो बेचने वाले को विक्रेता कहते हैं उत्पादन किसे … Read more

SYLLABUS B.A. PART 1 YEAR ECONOMICS अर्थशास्त्र

SYLLABUS BA ECONOMICS is given here. SYLLABUS B.A. PART 1 YEAR ECONOMICS अर्थशास्त्र SYLLABUS B.A. PART 1 YEAR ECONOMICS अर्थशास्त्र प्रश्न पत्र  प्रथम व्यष्टि अर्थशास्त्र इकाई 1 अर्थशास्त्र की प्रकृति एवं शेत्र अर्थशास्त्र की विधियां चुनाव एक आर्थिक समस्या के रूप में मूलभूत मान्यताएं कीमत सयंत्र का महत्व मांग एवं पूर्ति मूलभूत ढांचा प्रयोग बाजार … Read more

पूर्ति की अवधारणा

पूर्ति की अवधारणा प्रश्न 1 पूर्ति शब्द से क्या तात्पर्य हैं ? उत्तर किसी वस्तु की पूर्ति का अभिप्राय वस्तु की मात्रा से है जिसे विक्रेता एक निश्चित अवधि में निश्चित कीमत पर बेचने को तत्पर रहता है । प्रश्न 2 पूर्ति और स्टॉक में क्या संबंध है ? उत्तर पूर्ति स्टॉक का वह भाग … Read more

केंद्रीय बैंक कार्य एवं साख नियंत्रण

केंद्रीय बैंक कार्य एवं साख नियंत्रण केंद्रीय बैंक कार्य एवं साख नियंत्रण प्रश्न 1 प्रत्येक देश की अर्थव्यवस्था के बैंकिंग एवं मौद्रिक क्षेत्र को नियंत्रित एवं नियमित करने का कार्य कौन करता है ? उत्तर यह कार्य देश के केंद्रीय बैंक द्वारा किया जाता है प्रश्न 2 किसी देश का केंद्रीय बैंक किस बात के … Read more

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