Rajasthani Riti Rivaj राजस्थानी रीति रिवाज
Rajasthani Riti Rivaj राजस्थानी रीति रिवाज
धरेजा :- विधवा एवं विधुर के विवाह को धरेजा कहां जाता है।
बैकुण्ठी :- श्मशान ले जाने के लिए बांस की बनी काँठी बैकुण्ठी कहलाती है।
बखेर :- मृत व्यक्ति की शैया के ऊपर से रुपए/पैसे फेंकना बखेर कहलाता है।
आघेटा :- शमशान ले जाते समय बैकुण्ठी की दिशा बदलने की क्रिया आघेटा कहलाती है।
सांतरवाडा :- मृतक के घर सांत्वना देने जाने की रस्म सांतरवाडा कहलाती है।
फूल एकत्र करना :- तीसरे के दिन मृतक की अस्थियां लेकर आना, फुल एकत्र करना कहलाता है।
पगड़ी की रसम :- मौसर के दिन पगड़ी बांधकर बड़े बेटे को उत्तराधिकारी बनाने की रस्म पगड़ी की रस्म कहलाती है।
जौसर :- किसी व्यक्ति द्वारा जीते जी अपना मौसर स्वयं करना जौसर कहलाता है।
डावरिया :- राजपूताना में कन्या के विवाह के समय दहेज के साथ कुंवारी कन्याएं भेजी जाती थी यह कन्या डावरिया कहलाती थी।