The Divisions and Districts of Rajasthan

The Divisions and Districts of Rajasthan, India Rajasthan, the land of kings and vibrant cultures, is the largest state in India. It’s known for its rich history, architectural marvels, and diverse landscapes. To efficiently manage this vast state, it is divided into several divisions and districts. In this article, we’ll explore the divisions and districts … Read more

UTB Recruitment Vacancy 2023 in Rajasthan

UTB Recruitment Vacancy 2023 in Rajasthan UTB (Urban Health Transformation) is a government initiative to improve the health care system in urban areas of Rajasthan. The UTB is currently recruiting for various positions, including medical officers, nursing officers, pharmacists, lab technicians, midwives, and assistant radiologists. पद (Positions) शैक्षिक योग्यता (Educational Qualifications) आयु सीमा (Age Limit) … Read more

राजस्थान की सबसे लंबी नदी: चंबल

राजस्थान एक विशाल राज्य है और इसमें कई नदियाँ बहती हैं। लेकिन राजस्थान की सबसे लंबी नदी चंबल है। यह नदी मध्य प्रदेश और राजस्थान से होकर बहती है। चंबल नदी का उद्गम मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में सिंगर चौरी पहाड़ी से होता है। चंबल नदी की कुल लंबाई 966 किलोमीटर है। चंबल नदी … Read more

Rajasthan Aabhushan राजस्थान आभूषण

Rajasthan Aabhushan राजस्थान आभूषण Rajasthan Aabhushan राजस्थान आभूषण पुरूषों के आभूषणों में हाथों में बाजूबंद “कानों में मुरकिया “लोंग “गलें में बलेवडा “हाथ में कडा “ऊंगलियों में अंगूठी “लोंग “झालें “देलकडी आदि प्रमुख आभूषण है। राजस्थान में जयपुर “पन्नें की अंतराष्ट्रीय मण्डी के रूप में प्रसिध्द है। स्त्रियॉ सुहाग के चिन्ह के रूप में बोर … Read more

Rajasthan Me Dharma राजस्थान में धर्म

Rajasthan Me Dharma राजस्थान में धर्म Rajasthan Me Dharma राजस्थान में धर्म हिन्दू धर्म :- राज्य की कुल जंनसंख्या का लगभग 89 प्रतिषत हिन्दू धर्म अनुयायियों का है। मेवाड के संस्थापक बप्पा रावल एकिंलंग महादेव में आस्था रखते थे तथा उन्होनें एकलिंग जी का मन्दिर बनवाया था। महाराणा कुम्भा नें एकलिंग जी के मंदिर का … Read more

राजस्थान स्त्रियों के परिधान

राजस्थान स्त्रियों के परिधान :- घाघरा :-यह वस्त्र कमर से एडियों तक लम्बा होता था जो कपडे को कलियों में काटकर तथा चुन्नट के द्वारा ऊपर से संकरा तथा नीचे से चौडा बना होता था । कुर्ती एंव कांचली :-षरीर के ऊपरी हिस्सें पर स्त्रियों कुर्ती तथा कांचली धारण करती थी । कुर्ती बिना बांह … Read more

राजस्थान पुरूष वेषभूषा

राजस्थान पुरूष वेषभूषा :- पगडीः-राजस्थान में पगडी को गौरव और मान प्रतिष्टा का प्रतीक माना जाता है। केसरिया रंग त्याग एंव वीरता का प्रतीक है। जब वीर योद्धा रणक्षेत्र के लिए जाता था तो वे केसरिया पगडी धारण करते थे । अंगरखी :-अंगरखी को बुगतरी नाम से भी जाना जाता है। विभिन्न आकार व रंगों … Read more

शोकाकुल या दुखद अवसरों के रीति रिवाज

शोकाकुल या दुखद अवसरों के रीति रिवाज मनुष्य के जीवन में खुष्ी एंव गम दोनों के लिए अलग अलग रीति रिवाज होते है। तथा मनुष्य द्वारा उनका निर्वाहन आवष्यक रूप से किया जाता है। ष्षोक या गमी होने पर मृतक की आत्म-षान्ति हेतु निम्न रस्मों का निर्वाहन किया जाता है। बैकुण्डीः-व्यक्ति की मृत्यू होने पर … Read more

वैवाहिक रीति -रिवाज व रस्में

वैवाहिक रीति -रिवाज व रस्में विवाह मानव जीवन का एक आवष्यक अंग तथा आधुनिक राजस्थान में चट मगनी पट विवाह के विपरीत कई रस्मों को सम्पन्न करना आवष्यक होता है। सगाई :- जब किसी व्यक्ति को अपनी पुत्री के विवाह हेतु कोई लडका पसंद आ जाता है। तब उसे विवाह हेतु पक्का किया जाता हैं … Read more

राजस्थान कला एंव संस्कृति

राजस्थान कला एंव संस्कृति जन्म सें संम्बन्धित रिति रिवाज :- गर्भादानः-इस रिवाज के अन्तर्गत  जब नवविवाहिता प्रहली बार गर्भधारण करती है। उसकी जानकारी परिवार के सदस्यो को होती है। तो परिवार में खुषी का आलम जागृत होता है। बच्चा जन्म :- जब गर्भ धारित महिला बच्चे को जन्म देती है। तब वह जच्चा कहलाती है। … Read more

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