कक्षा 9 हिंदी – रसखान: लेखक परिचय और प्रश्नोत्तर

रसखान का जन्म सन् 1548 में माना जाता है। उनका वास्तविक नाम सैयद इब्राहिम था और वे दिल्ली के आसपास के निवासी थे। वे मुस्लिम होते हुए भी कृष्णभक्ति से अत्यंत प्रभावित हुए और गोस्वामी विठ्ठलनाथ से दीक्षा प्राप्त कर ब्रजभूमि में बस गए। उनका निधन लगभग सन् 1628 में हुआ।
उनकी प्रमुख रचनाएँ हैं: सुजान रसखान और प्रेम वाटिका। उनकी रचनाओं का संग्रह रसखान रचनावली के नाम से भी मिलता है।
रसखान के काव्य में श्रीकृष्ण की रूप माधुरी, ब्रजभूमि की महिमा और राधा-कृष्ण की लीलाओं का सुंदर चित्रण मिलता है। उनकी भाषा सरल, भावमय और ब्रजभाषा की मधुरता से परिपूर्ण है।
कक्षा 9 पाठ्यपुस्तक में दिए गए सवैयों में रसखान की कृष्ण और ब्रजभूमि के प्रति गहरी भक्ति, सौंदर्य की अनुभूति, और गोपियों की कृष्णमय तन्मयता का चित्रण है।
📌 One-Liner Questions and Answers
Q1. रसखान का मूल नाम क्या था?
A: सैयद इब्राहिम।
Q2. रसखान का जन्म कब और कहाँ हुआ?
A: सन् 1548 के आसपास, दिल्ली के पास।
Q3. रसखान ने किससे दीक्षा ली थी?
A: गोस्वामी विठ्ठलनाथ से।
Q4. रसखान की प्रमुख रचनाएँ कौन-कौन सी हैं?
A: सुजान रसखान और प्रेम वाटिका।
Q5. रसखान किस शैली में लिखते थे?
A: ब्रजभाषा में भावपूर्ण और सरस शैली में।
Q6. रसखान की कविता का मुख्य विषय क्या है?
A: श्रीकृष्ण की भक्ति, ब्रज की महिमा और प्रेम-भावना।
Q7. रसखान की मृत्यु कब हुई मानी जाती है?
A: सन् 1628 के आसपास।
🔖 निष्कर्ष (Conclusion)
रसखान भक्ति काल के उन अद्वितीय कवियों में से एक हैं जिन्होंने धर्म की सीमाओं से ऊपर उठकर कृष्ण भक्ति को जीवन का सार माना। उनकी रचनाएँ आज भी भक्तिभाव, सौंदर्य और सांस्कृतिक समरसता की अनुपम मिसाल हैं।
SEO Keywords:
- Class 9 Hindi Raskhan Lekhak Parichay
- रसखान लेखक परिचय
- Raskhan biography in Hindi
- कृष्ण भक्त कवि रसखान
- कक्षा 9 हिंदी – रसखान: लेखक परिचय और प्रश्नोत्तर