Mantr Navakaar मंत्र नवकार हमें प्राणों से प्यारा

mantr-navakaar-hamen-praanon-se-pyaara मंत्र नवकार हमें प्राणों से प्यारा मंत्र नवकार हमें प्राणों से प्यारा है ये वो जहाज से जिसने लाखो को तारा है ये वो जहाज से जिसने लाखो को तारा मंत्र नवकार हमें प्राणों से प्यारा ……….. अरिहंतो को नमन हमारे अशुभ कर्म का हनन करें सिद्धों के सुमिरन से आत्मा सिद्ध क्षेत्र को … Read more

नाकोडा भैरव भजन

नाकोडा भैरव भजन ले लो ना शरण में दादा क्या घट जाएगा ले लो न शरण में दादा क्या घट जाएगा नाकोड़ा के राजा मेरा काम बन जाएगा !!ले लो ना!! दुनिया को छोड़ मैंने तुझको पुकारा है तेरा ही भरोसा दादा तेरा ही सहारा है हंसेगा जमाना दादा जो तू ना आएगा !!ले लो … Read more

Child Labor बाल श्रम

 Child Labor बाल श्रम Child Labor बाल श्रम                                                        हमारे भारत में 5 से 14 वर्ष के सौ हजार बच्चे होटल्स पर कार्य करते हैं In our India, 100 … Read more

आसियान एवं सार्क – क्षेत्र संगठन

आसियान एवं सार्क – क्षेत्र संगठन आसियान एवं सार्क – क्षेत्र संगठन आसियान संगठन- दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ की स्थापना 8 अगस्त 1967 में पांच प्रारंभिक सदस्यों इंडोनेशिया मलेशिया फिलिपिंस सिंगापुर एवं थाईलैंड द्वारा की गई 1984 में इसके सदस्य राष्ट्र में वृद्धि हुई 1995 में वियतनाम 1999 में कंबोडिया आदि राष्ट्रीय इसके सदस्य … Read more

Rajaneetik Sahabhaagita राजनीतिक सहभागिता

Rajaneetik Sahabhaagita राजनीतिक सहभागिता Rajaneetik Sahabhaagita  राजनीतिक सहभागिता राजनीतिक सहभागिता का अर्थ- राजनीतिक सहभागिता से तात्पर्य राजनीतिक व्यवस्था में नागरिकों के संपूर्ण भागीदारी से हैं यह व्यवस्था को आधुनिक बनाने पर बल देती है 1 मौलिकता के आधार पर- “जनसाधारण की राजनीतिक व्यवस्था में जनता द्वारा प्रत्यक्ष रुप से भाग लेना” राजनीतिक सहभागिता के स्वरूप- … Read more

Nyaayapaalika न्यायपालिका

Nyaayapaalika न्यायपालिका Nyaayapaalika न्यायपालिका सर्वोच्च न्यायालय का गठन कार्य एवं न्यायिक पुनरावलोकन सर्वोच्च न्यायालय- भारत का सर्वोच्च न्यायालय विश्व के सबसे शक्तिशाली न्यायालयों में से एक है। 1950 से लेकर वर्तमान तक न्यायपालिका ने संविधान की रक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। न्यायपालिका ने सदैव विवादों को कानून के समक्ष समानता के सिद्धांत के … Read more

स्वतंत्रता और समानता

स्वतंत्रता और समानता स्वतंत्रता का अर्थ- स्वतंत्रता के द्वारा व्यक्ति के व्यक्तित्व का विकास होता है व्यक्ति को अपनी इच्छा अनुसार कार्य करने को स्वतंत्रता होनी चाहिए परंतु यह गलत है क्योंकि बिना बंधन से एक मानव सभ्यता के विकास नहीं हो सकता है। स्वतंत्रता का नकारात्मक रुप- स्वतंत्रता नकारात्मक योग से अभिप्राय है कि … Read more

समाज और हमारा दायित्व

समाज और हमारा दायित्व  मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है क्योंकि 1 वह स्वभाव से ही एक सामाजिक प्राणी है। 2 आवश्यकता मनुष्य को सामाजिक प्राणी बनाती है। 3 समाज व्यक्तित्व का विकास करता है । 4 समाज हमारी संस्कृति को सुरक्षित रखते हुए अगली पीढ़ी तक पहुंचाता है। हमारे सामाजिक दायित्व – समाज के सदस्य … Read more

Raajaneetik Samaajeekaran राजनीतिक समाजीकरण

Raajaneetik Samaajeekaran राजनीतिक समाजीकरण Raajaneetik Samaajeekaran राजनीतिक समाजीकरण समाजीकरण का अर्थ सामाजिकरण समाज में निरंतर चलने वाली परंपरा हे जिसके द्वारा व्यक्ति समाज के रीति रिवाजों परंपराओं संस्कृति का ज्ञान लेता हैं तथा समाज का हिस्सा बनता है राजनीतिक समाजीकरण का अर्थ वह प्रक्रिया जिसके द्वारा व्यक्ति राजनीति का ज्ञान प्राप्त करता है इस प्रक्रिया … Read more

manovigyaan kya hai मनोविज्ञान क्या है

manovigyaan kya hai मनोविज्ञान क्या है manovigyaan kya hai मनोविज्ञान क्या है मनोविज्ञान का अर्थ साइकोलोजी शब्द की उत्पत्ति यूनानी भाषा की साइकी और लोगस से हुई है। साइकी का अर्थ है – आत्मा और लोगस का अर्थ- अध्ययन है। इसलिए मनोविज्ञान का अर्थ है आत्मा अथवा मन का अध्ययन। अमेरिकी विद्वान विलियम जेम्स को … Read more

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