Marusthaliya Van मरुस्थलीय वन
उष्णकटिबंधीय मरुस्थलीय वन
महाद्वीपों के पश्चिमी भागों में 20° से 30° अक्षांशो के मध्य रेगिस्तान में पाई जाने वाली वनस्पति मरुद्भिद् कहलाती है
अधिक तापमान व कम वर्षा (25cm से कम) होने के कारण ऊंचाई कम, पत्तियां छोटी व मोटी, छाल मोटिवा जड़े गहरी होती है
उत्तरी अफ़्रीका सहारा मरुस्थल
दक्षिण अफ्रीका कालाहारी
उत्तरी अमेरिका कैलिफोर्निया, एरीजोना वह मेक्सिको
दक्षिण अमेरिका अटाकामा
दक्षिण पश्चिमी एशिया अरब भारत तथा
पाकिस्तान में थार तथा पश्चिम ऑस्ट्रेलिया में विश्व के प्रमुख मरुस्थल है।
प्रमुख वृक्ष नागफनी, कैक्टस, खैर, बबूल, खेजड़ी तथा मुख्य वृक्ष
कई प्रकार की छोटी घास भी पाई जाती है।
शीत मरुस्थलीय वन :- धुव्रीय क्षेत्र
तापमान अत्यधिक कम (वनस्पति भी कम) अल्पकालिक ग्रीष्म ऋतु में यहां कुछ काई व कुछ छोटे फूलों की वनस्पति उगती है
एशिया, यूरोप व उत्तरी अमेरिका के क्षेत्रों में
सील, वालरस एवं धुव्रीय भालू (प्रमुख जानवर)
विश्व में संकटग्रस्त प्रजातियों की सूची को ‘लाल आंकड़ा किताब’ [रेड डाटा बुक] कहा जाता है।
I.U.C.N [international union of conversation of nature] की किताब
( जैसे बाघ, गोडावण आदि )
Marusthaliya Van मरुस्थलीय वन
ushnakatibandheey marusthaleey van mahaadveepon ke pashchimee bhaagon mein 20° se 30° akshaansho ke madhy registaan mein paee jaane vaalee vanaspati marudbhid kahalaatee hai adhik taapamaan va kam varsha (25chm se kam) hone ke kaaran oonchaee kam, pattiyaan chhotee va motee, chhaal motiva jade gaharee hotee hai uttaree afreeka sahaara marusthal dakshin aphreeka kaalaahaaree uttaree amerika kailiphorniya, ereejona vah meksiko dakshin amerika ataakaama dakshin pashchimee eshiya arab bhaarat tatha paakistaan mein thaar tatha pashchim ostreliya mein vishv ke pramukh marusthal hai. pramukh vrksh naagaphanee, kaiktas, khair, babool, khejadee tatha mukhy vrksh kaee prakaar kee chhotee ghaas bhee paee jaatee hai.