Pharm ka Santulan
Pharm ka Santulan
फर्म का संतुलन
प्रश्न 1 फर्म उपलब्ध संसाधनों का उपयोग किसमें करती है ?
उत्तर फर्म अर्थव्यवस्था में उपलब्ध संसाधनों का उपयोग उत्पादन प्रक्रिया में करती हैं।
प्रश्न 2 फर्म किन वस्तुओं का उत्पादन करती हैं ?
उत्तर फर्म उपभोग और मध्यवर्ती वस्तुओं का उत्पादन करती हैं।
प्रश्न 3 सभी फर्मो का उद्देश्य क्या होता है ?
उत्तर सभी फर्मो का उद्देश्य लाभ को अधिकतम करना होता है।
प्रश्न 4 फर्म उत्पादन की कैसी मात्रा निर्धारित करती हैं ?
उत्तर फर्म उत्पादन की ऐसी मात्रा निर्धारित करती है जिस पर उसके लाभ अधिकतम होते हैं।
प्रश्न 5 एक फर्म की संतुलन स्थिति किसे कहते हैं ?
उत्तर जब कोई फर्म वस्तु के उत्पादन मात्रा को न तो बढ़ाती है और ना ही घटाती हैं, ऐसी स्थिति को फर्म की संतुलन स्थिति कहते हैं।
प्रश्न 6 फर्म के लाभ को ज्ञात करने के लिए किसकी जानकारी होना आवश्यक है ?
उत्तर फर्म के लाभ को ज्ञात करने के लिए उसके आगम और लागत की जानकारी होना आवश्यक है।
प्रश्न 7 आगम शब्द से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर एक फर्म द्वारा बेची गई वस्तु की मात्रा को उसकी कीमत से गुणा करने पर प्राप्त राशि आगम कहलाती हैं।
प्रश्न 8 लागत किसे कहते हैं ?
उत्तर एक फर्म किसी वस्तु के उत्पादन करने में जो कुछ भी व्यय करती हैं, उसकी लागत कहलाती है ।
प्रश्न 9 आगम और लागत का अंतर क्या दर्शाता है ?
उत्तर आगम और लागत का अंतर लाभ अथवा हानि को बताता है।
प्रश्न 10 किसी फर्म की आगम का लागत से अधिक होना क्या दर्शाता है ?
उत्तर किसी फर्म की आगम का लागत से अधिक होना लाभ को दर्शाता है।
प्रश्न 11 किसी फर्म की लागत का आगम से अधिक होना क्या दर्शाता है ?
उत्तर किसी फर्म की लागत का आगम से अधिक होना हानि को दर्शाता है।
प्रश्न 12 फर्म के संतुलन की व्याख्या करने की प्रचलित विधियां कौन सी है ? नाम बताइए ?
उत्तर फर्म के संतुलन की व्याख्या करने की प्रचलित दो विधियां हैं – 1कुल आगम कुल लागत विधि, 2 सीमांत आगम और सीमांत लागत विधि।
प्रश्न 13 साम्य कीमत और उत्पादन का अर्थ किस मात्रा से होता है ?
उत्तर साम्य कीमत और उत्पादन का अर्थ उस मात्रा से होता है, जिस पर फर्म अधिकतम लाभ अर्जित करती हैं।
प्रश्न 14 कुल आगम और कुल लागत विधि द्वारा फर्म के संतुलन को समझाइए ?
उत्तर कुल आगम और कुल लागत विधि के अनुसार फर्म उत्पादन मात्रा के उस बिंदु पर संतुलन की स्थिति में होती हैं, जहां फर्म को अधिकतम लाभ प्राप्त होता है। यह बिंदु कुल आगम तथा कुल लागत वक्र की अधिकतम दूरी को दर्शाने वाला बिंदु होता है, जिस पर फर्म को अधिकतम लाभ प्राप्त होता है और इसी बिंदु पर फर्म संतुलन में रहती है।
प्रश्न 15 TR व TC वक्रो का अंतर अधिकतम होना क्या दर्शाता है ?
उत्तर TR व TC वक्रो का अंतर अधिकतम होना फर्म के अधिकतम लाभ को दर्शाता है।
प्रश्न 16 TR वक्र कहां से प्रारंभ होता है ?
उत्तर कुल आगम वक्र (TR) शून्य से प्रारंभ होता है।
प्रश्न 17 स्थिर लागत किसे कहते हैं ?
उत्तर उत्पादन के शून्य होने पर भी फर्म को जो लागत वाहन करनी पड़ती है, वह स्थिर लागत कहलाती है।
प्रश्न 18 समस्थिति बिंदु (Break Even Point) किसे कहते हैं ?
उत्तर उत्पादन मात्रा का वह बिंदु जिस पर कुल आगम कुल लागत के बराबर होती है, तो फर्म को न तो लाभ होता है न हीं हानि, इस अवस्था को सम स्थिति बिंदु (Break Even Point) कहते हैं।
प्रश्न 19 TR व TC वक्रों के अधिकतम अंतर को जानने के लिए कौनसी रेखाएं खींची जाती है ?
उत्तर TR व TC वक्रों के अधिकतम अंतर को जानने के लिए स्पर्श रेखाएं खींची जाती है।
प्रश्न 20 TR , TC तथा TP में संबंध बताइए ?
उत्तर TR,TC का अंतर TP की मात्रा दर्शाता है, जब TR,TC का अंतर सर्वाधिक होता है तब TP का मान अधिकतम होता है तथा TR,TC बराबर होने पर TP का मान शून्य होता है।
प्रश्न 21 फर्म के संतुलन की कुल आगम कुल लागत विधि की आलोचनाएं लिखिए ?
उत्तर फर्म के संतुलन की कुल आगम कुल लागत विधि की आलोचना निम्नलिखित है – 1 कुल आगम और कुल लागत के मध्य अधिकतम दूरी ज्ञात करना कठिन होता है। 2 चित्र के आधार पर प्रति इकाई कीमत का ज्ञात करना संभव नहीं होता क्योंकि कीमत को प्रत्यक्षतः नहीं दिखाया जाता है।
प्रश्न 22 फर्म के संतुलन की सीमांत आगम और सीमांत लागत विधि क्या है ?
उत्तर सीमांत आगम और सीमांत लागत विधि फर्म के संतुलन की व्याख्या की विधि है। इस विधि के अनुसार जब अतिरिक्त आगम अतिरिक्त लागत से अधिक होता है तो फर्म को लाभ होता है। जब सीमांत आगम के बराबर सीमांत लागत हो तो वह फर्म की आदर्श उत्पादन मात्रा होती है, इस स्थिति में फर्म को अधिकतम लाभ होता है।
प्रश्न 23 सीमांत आगम शब्द का अर्थ बताइए ?
उत्तर एक फर्म को एक अतिरिक्त इकाई के विक्रय करने पर जो अतिरिक्त आय प्राप्त होती है उसे सीमांत आगम कहते हैं।
प्रश्न 24 सीमांत लागत से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर एक फर्म को एक अतिरिक्त इकाई के उत्पादन पर जो अतिरिक्त व्यय करना पड़ता है उसे सीमांत लागत कहते हैं।
प्रश्न 25 MR तथा MC के मध्य संबंध बताइए ?
उत्तर MR तथा MC के मध्य संबंध के द्वारा फर्म के संतुलन का पता लगाया जाता है। यदि MR, MC से अधिक होता है तो फर्म को लाभ होता है। और यदि MC,MR से अधिक होता है तो फर्म को हानि होती है। MR = MC इन दोनों स्थितियों के मध्य वह बिंदु होता है जहां फर्म संतुलन में रहती हैं और अधिकतम लाभ को प्राप्त करती हैं।
प्रश्न 26 अपूर्ण प्रतियोगिता में सीमांत आगम वक्र कैसा होता है ?
उत्तर अपूर्ण प्रतियोगिता में सीमांत आगम वक्र नीचे गिरता हुआ होता है
प्रश्न 27 MR – MC विधि में संतुलन की प्रथम शर्त क्या होती है ?
उत्तर MR – MC विधि में संतुलन की प्रथम शर्त होती है कि सीमांत आगम सीमांत लागत के बराबर होनी चाहिए।
प्रश्न 28 MR – MC विधि में संतुलन की दूसरी शर्त क्या होती है ?
उत्तर MR – MC विधि में संतुलन की दूसरी शर्त होती है कि MC वक्र MR वक्र को नीचे से काटना चाहिए।
प्रश्न 29 फर्म के संतुलन की दूसरी शर्त का पूरा होना किस बाजार के लिए आवश्यक है ?
उत्तर फर्म के संतुलन की दूसरी शर्त का पूरा होना पूर्ण प्रतियोगिता बाजार के लिए आवश्यक है।
प्रश्न 30 MR – MC विधि को TR – TC विधि से श्रेष्ठ क्यों कहा जाता है ?
उत्तर MR – MC विधि को TR – TC विधि से श्रेष्ठ कहा जाता है क्योंकि इसके द्वारा सरलता से अधिकतम लाभ और उत्पादन की मात्रा ज्ञात की जा सकती हैं फर्म के औसत आगम और औसत लागत वक्र रोकी उपयोग करने पर प्रति इकाई कीमत भी ज्ञात की जा सकती हैं फर्म के संतुलन में यह विधि सभी प्रकार के बाजारों में उपयोग में लाई जा सकती है।