राजस्थानी चित्रकला
प्रश्न: ‘राजपूत चित्रकला’ शब्द किसने प्रयोग किया था?
उत्तर: आनंद कुमारस्वामी ने।

प्रश्न: आनंद कुमारस्वामी ने राजस्थानी शैली को किस शैली से अलग दिखाने के लिए नाम दिया?
उत्तर: मुग़ल चित्रकला शैली से।
प्रश्न: कुमारस्वामी के अनुसार ‘राजपूत शैली’ किस परंपरा का प्रतीक है?
उत्तर: स्वदेशी चित्रण परंपरा का।
प्रश्न: किस काल के बाद ‘राजपूत शैली’ शब्द का प्रयोग कम हो गया?
उत्तर: बीसवीं शताब्दी के आरंभ में।
प्रश्न: वसली बनाने के लिए किस सामग्री का प्रयोग किया जाता था?
उत्तर: पतले कागज़ को गोंद से चिपका कर।
प्रश्न: चित्रों में रंग भरने के लिए रंग किससे बनाए जाते थे?
उत्तर: खनिज पदार्थों, सोना और चाँदी से।
प्रश्न: चित्रकला में ब्रश किसके बालों से बनते थे?
उत्तर: ऊँट और गिलहरी के बालों से।
प्रश्न: चित्र की सतह को समतल व चमकदार बनाने के लिए किस तकनीक का उपयोग होता था?
उत्तर: अगेट पत्थर से घिसाई (रगड़ाई)।
प्रश्न: चित्र निर्माण में किस कलाकार का नेतृत्व होता था?
उत्तर: एक दक्ष प्रधान चित्रकार का।
प्रश्न: 16वीं शताब्दी तक किस भक्ति आंदोलन का प्रभाव चित्रकला पर पड़ा?
उत्तर: राम और कृष्ण से संबंधित वैष्णव भक्ति आंदोलन का।
प्रश्न: कृष्ण की उपासना किस रूप में होने लगी थी?
उत्तर: ईश्वर और आदर्श प्रेमी दोनों रूपों में।
प्रश्न: राधा किसका प्रतीक मानी गई हैं?
उत्तर: मानवी आत्मा का।
प्रश्न: गीत गोविंद की रचना किसने की थी?
उत्तर: जयदेव ने।
प्रश्न: गीत गोविंद किस भाषा में रचित काव्य है?
उत्तर: संस्कृत।
प्रश्न: गीत गोविंद में किस रस की प्रधानता है?
उत्तर: शृंगार रस।
प्रश्न: भानुदत्त द्वारा रचित ग्रंथ का नाम क्या है?
उत्तर: रसमंजरी।
प्रश्न: रसमंजरी का अर्थ क्या है?
उत्तर: आनंद का गुलदस्ता।
प्रश्न: रसमंजरी में किसके भेदों का वर्णन है?
उत्तर: नायक-नायिका के भेदों का।
प्रश्न: रसमंजरी में कृष्ण का उल्लेख क्यों नहीं होने पर भी उन्हें चित्रों में दर्शाया गया है?
उत्तर: क्योंकि चित्रकारों ने उन्हें आदर्श प्रेमी के रूप में चित्रित किया।
प्रश्न: रसिकप्रिया ग्रंथ के रचयिता कौन थे?
उत्तर: केशवदास।
प्रश्न: रसिकप्रिया की रचना किस राजा के दरबार में हुई थी?
उत्तर: ओरछा के राजा मधुकर शाह के दरबार में।
प्रश्न: रसिकप्रिया में किन भावनाओं का उल्लेख मिलता है?
उत्तर: प्रेम, मिलन, वियोग, ईर्ष्या, विवाद आदि।
प्रश्न: केशवदास द्वारा रचित दूसरा ग्रंथ कौन-सा है जिसमें बारहमासा का वर्णन है?
उत्तर: कविप्रिया।
प्रश्न: बारहमासा क्या दर्शाता है?
उत्तर: बारह महीनों के मौसम का चित्रात्मक वर्णन।
प्रश्न: बारहमासा में मुख्य पात्र कौन हैं?
उत्तर: रार परबीन और उसका प्रेमी।
प्रश्न: बिहारी सतसई ग्रंथ में कितने दोहे हैं?
उत्तर: सात सौ (700) दोहे।
प्रश्न: बिहारी सतसई का चित्रण किस शैली में अधिक हुआ?
उत्तर: मेवाड़ और पहाड़ी शैली में।
प्रश्न: रागमाला चित्रकला किस विषय पर आधारित होती है?
उत्तर: संगीत के रागों और रागिनियों पर।
प्रश्न: रागमाला चित्रों में कितने राग प्रमुख माने जाते हैं?
उत्तर: छह – भैरव, मालकोस, हिंडोल, दीपक, मेघ और श्री।
प्रश्न: चारण साहित्य में कौन-कौन से प्रेमाख्यान चित्रण के विषय रहे हैं?
उत्तर: ढोला-मारू, सोनी-महीवाल, मृगावती, चौरपंचाशिका और लोरचंदा।
प्रश्न: धार्मिक ग्रंथों में किन-किन विषयों पर चित्र बनाए गए?
उत्तर: रामायण, भागवत पुराण, महाभारत, देवी महात्म्य आदि।
प्रश्न: राजस्थानी चित्रों में दरबार से संबंधित कौन-कौन से दृश्य चित्रित होते थे?
उत्तर: शिकार, युद्ध, विजय, उत्सव, नृत्य, संगीत, विवाह आदि।
प्रश्न: राजाओं के चित्रों में किन-किन का चित्रण होता था?
उत्तर: राजा, दरबारी, परिवारजन, शहरी जीवन, पशु-पक्षी आदि।
प्रश्न: ‘चौरपंचाशिका’ किस शैली में चित्रित ग्रंथ का उदाहरण है?
उत्तर: मेवाड़ शैली।
प्रश्न: धार्मिक ग्रंथों में चित्रण से चित्रकला को क्या लाभ मिला?
उत्तर: विविध विषयों की विस्तार से प्रस्तुति और लोकप्रियता।
प्रश्न: राजस्थानी चित्रकला में किस तरह के सामाजिक जीवन को दर्शाया गया है?
उत्तर: त्योहार, शादी, खेल, दरबारी जीवन, शिकार आदि।
प्रश्न: राजस्थानी चित्रकारों की रुचि केवल धार्मिक विषयों तक ही सीमित थी क्या?
उत्तर: नहीं, उन्होंने सामाजिक और ऐतिहासिक विषयों पर भी चित्र बनाए।
प्रश्न: किस प्रकार के पशु-पक्षियों का चित्रण चित्रों में होता था?
उत्तर: हाथी, घोड़े, मोर, हिरण आदि।
प्रश्न: चित्रों में उत्सवों और त्योहारों को कैसे दर्शाया गया?
उत्तर: रंगीन, जीवन्त दृश्यों और सांस्कृतिक प्रतीकों के माध्यम से।
प्रश्न: मालवा चित्रकला शैली किस काल में फली-फूली?
उत्तर: सोलहवीं और सत्रहवीं शताब्दी में।
प्रश्न: मालवा शैली किस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती है?
उत्तर: हिंदू राजपूत दरबार।
प्रश्न: मालवा चित्रकला शैली की भाषा कैसी होती है?
उत्तर: सरल और स्पष्ट।
प्रश्न: मालवा शैली किस एक विशेष क्षेत्र में उत्पन्न नहीं हुई?
उत्तर: नहीं, यह मध्य भारत के बड़े भू-भाग में फैली।
प्रश्न: अमरु शतक का चित्रण किस शैली में हुआ?
उत्तर: मालवा शैली।
प्रश्न: राग मेघ का चित्र किस कलाकार ने कब चित्रित किया?
उत्तर: माधोदास ने, 1680 ई. में।
प्रश्न: दत्तिया महल से किस चित्रशैली के चित्र प्राप्त हुए हैं?
उत्तर: मालवा शैली।
प्रश्न: दत्तिया महल के चित्रों पर किस चित्रशैली का प्रभाव दिखाई देता है?
उत्तर: मुग़ल चित्रशैली का।
प्रश्न: मालवा शैली के चित्र किस सतह पर बनाए जाते थे?
उत्तर: कागज़ पर।
प्रश्न: मालवा शैली की कौन-सी विषयवस्तुएँ लोकप्रिय थीं?
उत्तर: रामायण, भागवत पुराण, अमरु शतक, रसिकप्रिया, रागमाला, बारहमासा।
प्रश्न: मेवाड़ को राजस्थानी चित्रकला का कौन-सा केंद्र माना जाता है?
उत्तर: प्रारंभिक महत्वपूर्ण केंद्र।
प्रश्न: मेवाड़ शैली का प्रारंभिक विकास किस कलाकार से माना जाता है?
उत्तर: निसारदीन।
प्रश्न: निसारदीन द्वारा चित्रित कौन-से चित्र महत्वपूर्ण माने जाते हैं?
उत्तर: रागमाला चित्र।
प्रश्न: मेवाड़ शैली के चित्रों की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
उत्तर: स्पष्ट रूपांकन, सरल संरचना, सजीव रंग और सूक्ष्म विवरण।
प्रश्न: राजा जगत सिंह के शासन काल में मेवाड़ चित्रकला में क्या परिवर्तन आया?
उत्तर: परिष्कार और प्रौढ़ता।
प्रश्न: साहिबदीन ने कौन-कौन से ग्रंथों का चित्रण किया?
उत्तर: रागमाला, रसिकप्रिया, भागवत पुराण, रामायण (युद्धकांड)।
प्रश्न: साहिबदीन द्वारा रामायण का युद्धकांड किस वर्ष चित्रित किया गया?
उत्तर: 1652 ई. में।
प्रश्न: मनोहर का सबसे प्रमुख कार्य कौन-सा था?
उत्तर: रामायण का बालकांड (1649 ई.)।
प्रश्न: पं. जगन्नाथ ने किस ग्रंथ की चित्रावली बनाई?
उत्तर: बिहारी सतसई (1719 ई.)।
प्रश्न: मेवाड़ शैली के चित्रों में किन रंगों का विशेष प्रयोग होता है?
उत्तर: लाल और पीले रंगों का।
प्रश्न: मेवाड़ शैली के किस कलाकार ने रामायण युद्धकांड का विशिष्ट चित्रण किया?
उत्तर: साहिबदीन।
प्रश्न: साहिबदीन ने चित्र में इंद्रजीत के किस गुण को दर्शाया?
उत्तर: युद्ध कौशल और जादुई हथियारों का प्रयोग।
प्रश्न: साहिबदीन के चित्रों में घटनाओं को कैसे दर्शाया गया है?
उत्तर: एक चित्र में अनेक घटनाएं दर्शाई गई हैं।
प्रश्न: मेवाड़ चित्रकला में किस प्रकार के रंग प्रमुख होते हैं?
उत्तर: गहरे और ठोस रंग, विशेष रूप से लाल और पीले।
प्रश्न: अठारहवीं शताब्दी में मेवाड़ चित्रकला का विषय किस ओर स्थानांतरित हुआ?
उत्तर: साहित्यिक से दरबारी और शाही जीवन की ओर।
प्रश्न: महाराणा जगत सिंह द्वितीय के किस चित्र में शिकार दृश्य दर्शाया गया है?
उत्तर: बाज का शिकार करते हुए, 1744 ई.।
प्रश्न: मेवाड़ की किस धार्मिक नगरी में चित्रशाला का विकास हुआ?
उत्तर: नाथद्वारा।
प्रश्न: नाथद्वारा में किस प्रकार की चित्रकला प्रमुख थी?
उत्तर: पिछवई चित्रकला।
प्रश्न: पिछवई चित्रों का विषय क्या होता है?
उत्तर: श्रीनाथ जी के विभिन्न उत्सवों और स्वरूपों का चित्रण।
प्रश्न: मेवाड़ चित्रों में परिदृश्य की चित्रण शैली कैसी होती है?
उत्तर: गहरी पृष्ठभूमि के साथ विस्तृत दृश्य का संयोजन।
प्रश्न: बूँदी चित्रकला शैली का विकास किस शताब्दी में हुआ?
उत्तर: सत्रहवीं शताब्दी में।
प्रश्न: बूँदी शैली की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
उत्तर: उत्तम रंग योजना और औपचारिक अभिकल्प।
प्रश्न: बूँदी रागमाला का चित्रण किस शासक के काल में हुआ?
उत्तर: भोज सिंह (1585–1607) के काल में।
प्रश्न: बूँदी शैली का विकास किन दो प्रमुख शासकों के संरक्षण में हुआ?
उत्तर: राव छत्रसाल और राव भाओ सिंह।
प्रश्न: राव छत्रसाल को मुग़ल बादशाह शाहजहाँ ने क्या पद दिया था?
उत्तर: दिल्ली का वज़ीर।
प्रश्न: राजा अनिरुद्ध सिंह के समय में बूँदी शैली में क्या विकास हुआ?
उत्तर: रचनात्मक शैलीगत परिष्कार।
प्रश्न: राजा बधु सिंह की चित्रकला में कौन-से तत्व स्पष्ट दिखते हैं?
उत्तर: राजनीति और युद्ध के दृश्य।
प्रश्न: बूँदी के किस राजा ने 48 वर्षों तक शासन किया?
उत्तर: बिशन सिंह (1771–1821) ने।
प्रश्न: बिशन सिंह को कौन-सा शौक विशेष था?
उत्तर: शिकार और युद्ध के चित्रण का।
प्रश्न: बूँदी महल को किस शासक के काल में चित्रित किया गया?
उत्तर: राजा राम सिंह (1821–89) के काल में।
प्रश्न: बूँदी और कोटा चित्रकला की एक प्रमुख विशेषता क्या है?
उत्तर: सघन वनस्पतियों, पहाड़ों, झरनों और पशु-पक्षियों का मनोहारी चित्रण।
प्रश्न: बूँदी कलाकारों की स्त्री सौंदर्य के प्रति धारणा कैसी थी?
उत्तर: छोटी, गोल मुखाकृति, तीव्र नाक, पतली भौंहें, पतली कमर।
प्रश्न: बूँदी रागमाला के प्रारंभिक चित्रों पर किस भाषा में लेख मिलते हैं?
उत्तर: फारसी भाषा में।
प्रश्न: बूँदी रागमाला चित्रों के प्रमुख चित्रकार कौन माने जाते हैं?
उत्तर: शेख हसन, शेख अली और शेख हातिम।
प्रश्न: इन चित्रकारों का संबंध किन प्रसिद्ध मुग़ल चित्रकारों से जोड़ा गया है?
उत्तर: मीर सैय्यद अली और ख्वाजा अब्दुस्समद से।
प्रश्न: चित्रकला के किस स्थल को चित्रकला का उद्भव स्थान माना गया है?
उत्तर: चित्तर (वर्तमान चित्तौड़) के पास स्थित नुनार।
प्रश्न: नुनार महल का संरक्षण किसने करवाया था?
उत्तर: राव मौज सिंह और उनके पिता राव सुरजन सिंह ने।
प्रश्न: दीपक राग किस रागमाला चित्र का उदाहरण है?
उत्तर: बूँदी, 1591 ई., भारत कला भवन, वाराणसी।
प्रश्न: दीपक राग के चित्र में दीपकों को कैसे चित्रित किया गया है?
उत्तर: चार दीपकों से रौशन कक्ष में बैठे पुरुष राग के रूप में।
प्रश्न: चित्र की आकाशभूमि में क्या दर्शाया गया है?
उत्तर: असंख्य तारे और पीला चाँद।
प्रश्न: दीपक राग चित्र में आकाश में क्या दर्शाया गया है?
उत्तर: असंख्य तारे और पीला चंद्रमा।
प्रश्न: दीपक राग चित्र में दीपकों के आधार भाग किस रूप में चित्रित हैं?
उत्तर: अलंकृत मानव आकृतियों के रूप में।
प्रश्न: बूँदी चित्रकला में ‘बारहमासा’ विषय किस ग्रंथ से लिया गया है?
उत्तर: केशवदास की पुस्तक ‘कविप्रिया’ से।
प्रश्न: बारहमासा में क्या दर्शाया गया है?
उत्तर: बारह महीनों का वातावरणीय वर्णन।
प्रश्न: कोटा चित्रकला शैली का प्रमुख विषय क्या था?
उत्तर: शिकार दृश्य।
प्रश्न: कोटा शैली किस शैली से प्रभावित होकर विकसित हुई?
उत्तर: बूँदी शैली से।
प्रश्न: कोटा राज्य की स्थापना किसके द्वारा हुई थी?
उत्तर: मधु सिंह को इनाम स्वरूप दिया गया क्षेत्र जहाँ कोटा राज्य बना।
प्रश्न: मधु सिंह को क्षेत्र कब और क्यों प्रदान किया गया था?
उत्तर: 1625 ई. में, जहाँगीर द्वारा वीरता के पुरस्कार स्वरूप।
प्रश्न: कोटा शैली की शुरुआत कब मानी जाती है?
उत्तर: 1660 ई. में, जगत सिंह के शासनकाल में।
प्रश्न: प्रारंभ में कोटा और बूँदी शैली में क्या समानता थी?
उत्तर: शैलीगत विशेषताएँ और विषय वस्तु में अंतर स्पष्ट नहीं था।
प्रश्न: कोटा चित्रकला शैली ने कब अलग पहचान बनानी शुरू की?
उत्तर: राम सिंह प्रथम (1686–1708) के शासनकाल में।
प्रश्न: कोटा शैली के कलाकारों ने कौन-से दृश्य प्रमुखता से चित्रित किए?
उत्तर: वन दृश्य और शिकार दृश्य।
प्रश्न: उमेद सिंह (1770–1819) का चित्रकला से कैसा संबंध रहा?
उत्तर: उन्होंने अधिकांश समय शिकार और खेलों में बिताया।
प्रश्न: ज़ालिम सिंह का चित्रकला में क्या योगदान था?
उत्तर: दरबार संचालन के साथ-साथ राजा को प्रसन्न करने के लिए शिकार की व्यवस्था करते थे।
प्रश्न: कोटा चित्रों में कौन-सा सामाजिक खेल प्रमुख रूप से दिखाया गया है?
उत्तर: शतरंज।
प्रश्न: कोटा चित्रों में दरबार की स्त्रियाँ किस गतिविधि में भाग लेती दिखाई गई हैं?
उत्तर: शतरंज खेलने में।
प्रश्न: कोटा चित्रों की प्रमुख विशेषता क्या थी?
उत्तर: दोहरे रंगों में नर चित्रण और सजीवता।
प्रश्न: कोटा कलाकार किन तत्वों के चित्रण में विशेष रूप से पारंगत थे?
उत्तर: पशुओं और युद्ध के दृश्यों के चित्रण में।
प्रश्न: बीकानेर राज्य की स्थापना किसने की थी?
उत्तर: राव बीका राठौर ने, 1488 ई. में।
प्रश्न: बीकानेर में चित्रकला के केंद्र का निर्माण किसने करवाया?
उत्तर: अनूप सिंह ने।
प्रश्न: बीकानेर चित्रकला शैली पर किस चित्रशैली का विशेष प्रभाव पड़ा?
उत्तर: मुग़ल चित्रकला शैली का।
प्रश्न: बीकानेर शैली के आरंभिक कलाकारों में प्रमुख नाम कौन था?
उत्तर: उस्ताद अली रज़ा।
प्रश्न: बीकानेर शैली का आरंभिक काल किस समय को माना जाता है?
उत्तर: लगभग 1650 ईस्वी के आसपास।
प्रश्न: रुकनुद्दीन कौन था?
उत्तर: बीकानेर शैली का एक प्रमुख चित्रकार, जो मुग़ल दरबार से आया था।
प्रश्न: रुकनुद्दीन ने किन ग्रंथों को चित्रित किया?
उत्तर: रामायण, रसिकप्रिया और दुर्गा सप्तशती।
प्रश्न: बीकानेर चित्रकला में चित्रशालाओं को क्या कहा जाता था?
उत्तर: मिंज (Minj)।
प्रश्न: चित्रशालाओं में चित्रकारों का कार्य किसके निर्देश में होता था?
उत्तर: एक मुखिया चित्रकार के निर्देशन में।
प्रश्न: चित्रों के पीछे कलाकार का नाम किसके द्वारा लिखा जाता था?
उत्तर: दरबार के अभिलेखविद् (लेखक) द्वारा।
प्रश्न: बीकानेर में ‘गुरुराई’ शब्द का प्रयोग किस अर्थ में होता था?
उत्तर: किसी चित्र को अंतिम रूप देने के लिए – “ऊपर उठाना”।
प्रश्न: चित्रशालाओं में कौन-कौन से कार्य होते थे?
उत्तर: नए चित्र बनाना, पुराने चित्रों की मरम्मत और सुधार।
प्रश्न: बीकानेर चित्रशैली के चित्रों में कलाकारों की पहचान कैसे होती थी?
उत्तर: चित्रों के पीछे नाम, तारीख़ और वंशावली अंकित की जाती थी।
प्रश्न: बीकानेर के चित्रकारों को सामान्यतः किस उपाधि से जाना जाता था?
उत्तर: उस्ताद।
प्रश्न: रुकनुद्दीन की चित्रकला की विशेषता क्या थी?
उत्तर: कोमल रंगों की सुंदरता।
प्रश्न: इब्राहीम के चित्रों की खासियत क्या थी?
उत्तर: स्वप्निल धुंधले प्रभाव और भावपूर्ण चेहरे।
प्रश्न: बीकानेर की चित्रशाला किस रूप में विकसित हुई थी?
उत्तर: एक उन्नत और व्यवस्थित संस्थान के रूप में।
प्रश्न: इब्राहीम की चित्रशाला में कौन-कौन से विषय चित्रित किए गए?
उत्तर: बारहमासा, रागमाला और रसिकप्रिया।
प्रश्न: बीकानेर चित्रशैली को दस्तावेज़ीय चित्रशैली क्यों कहा जाता है?
उत्तर: क्योंकि इनमें लेख, दिनांक, अवसर, स्थान आदि का वर्णन होता था।
प्रश्न: बीकानेर चित्रों में किन भाषाओं के अभिलेख मिलते हैं?
उत्तर: मारवाड़ी और फारसी।
प्रश्न: चित्रों में अवसर और स्थान का उल्लेख किसलिए महत्वपूर्ण होता था?
उत्तर: चित्र के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संदर्भ को समझने के लिए।
प्रश्न: बीकानेर शैली के चित्रों से किन सामाजिक पहलुओं की जानकारी मिलती है?
उत्तर: कलाकारों की वंशावली, चित्रकला आयोजन और स्थानीय जीवन।
प्रश्न: किशनगढ़ चित्रशैली किस विषय के चित्रों के लिए विशेष प्रसिद्ध है?
उत्तर: राधा-कृष्ण के प्रेम और भक्ति चित्रों के लिए।
प्रश्न: किशनगढ़ शैली का उत्कर्ष किस राजा के काल में हुआ?
उत्तर: राजा सावंत सिंह (नगरीदास) के काल में।
प्रश्न: राजा सावंत सिंह ने किस कवि नाम से रचनाएँ कीं?
उत्तर: नागरीदास।
प्रश्न: किशनगढ़ शैली में राधा के आदर्श रूप को किसके रूप में चित्रित किया गया?
उत्तर: बनी-ठनी।
प्रश्न: बनी-ठनी को किसके समकक्ष माना गया है?
उत्तर: मोनालिसा के।
प्रश्न: किशनगढ़ शैली की प्रमुख विशेषता क्या है?
उत्तर: चित्रों में दिव्यता, आध्यात्मिकता और सौंदर्यबोध।
प्रश्न: किशनगढ़ शैली के चित्रों में स्त्रियों के चेहरे कैसे चित्रित होते हैं?
उत्तर: अंडाकार मुख, धनुषाकार भौंहें, लंबी आँखें और नुकीली ठोड़ी।
प्रश्न: किशनगढ़ शैली के प्रमुख चित्रकार कौन थे?
उत्तर: निहालचंद।
प्रश्न: निहालचंद ने किस विषय पर सर्वाधिक चित्र बनाए?
उत्तर: राधा-कृष्ण।
प्रश्न: किशनगढ़ शैली की पृष्ठभूमि में किस रंग का विशेष प्रयोग होता था?
उत्तर: हल्का नीला या गुलाबी रंग।
प्रश्न: किशनगढ़ चित्रशैली में निहालचंद के चित्र किस भावना से ओतप्रोत होते हैं?
उत्तर: भक्ति और प्रेमभावना से।
प्रश्न: निहालचंद द्वारा चित्रित राधा-कृष्ण की जोड़ी किस विशेषता के लिए प्रसिद्ध है?
उत्तर: आध्यात्मिक प्रेम और सौंदर्य के आदर्श चित्रण के लिए।
प्रश्न: बनी-ठनी का वास्तविक नाम क्या माना जाता है?
उत्तर: विशाखा या सवंत सिंह की प्रेमिका।
प्रश्न: किशनगढ़ शैली में कौन-से ग्रंथों के चित्र भी बनाए गए थे?
उत्तर: रामायण, भागवत पुराण, गीत गोविंद।
प्रश्न: किशनगढ़ शैली में पशु-पक्षियों को किस रूप में चित्रित किया गया?
उत्तर: सौंदर्य और प्रकृति के प्रतीक के रूप में।
प्रश्न: किशनगढ़ शैली के चित्रों की भूमि (background) कैसी होती थी?
उत्तर: कोमल रंगों की, शांत और धुंधली।
प्रश्न: चित्रों में परिदृश्य किस प्रकार का होता था?
उत्तर: भावनात्मक और लयबद्ध वृत्तियाँ दर्शाने वाला।
प्रश्न: किशनगढ़ चित्रों में किन भावों की अभिव्यक्ति होती थी?
उत्तर: वात्सल्य, शृंगार, भक्ति।
प्रश्न: किशनगढ़ शैली को ‘रूमानी शैली’ भी क्यों कहा जाता है?
उत्तर: क्योंकि इसमें प्रेम और सौंदर्य की कल्पनात्मक प्रस्तुति होती है।
प्रश्न: किशनगढ़ चित्रशैली ने भारतीय कला को क्या दिया?
उत्तर: राधा-कृष्ण प्रेम की श्रेष्ठतम चित्रात्मक अभिव्यक्ति।
प्रश्न: मारवाड़ (जोधपुर) चित्रशैली की शुरुआत किसके शासनकाल में हुई?
उत्तर: राजा मालदेव (1532–1583) के काल में।
प्रश्न: जोधपुर शैली में किस ग्रंथ का चित्रण विशेष रूप से प्रसिद्ध है?
उत्तर: नाथ योगियों के जीवन पर आधारित ग्रंथ।
प्रश्न: मारवाड़ शैली के चित्रों में किस रंग का अधिक प्रयोग होता था?
उत्तर: लाल और गेरुए रंग का।
प्रश्न: जोधपुर शैली पर प्रारंभ में किस शैली का प्रभाव था?
उत्तर: अपभ्रंश शैली का।
प्रश्न: महाराजा अभय सिंह के काल में किस प्रकार के चित्र प्रमुखता से बने?
उत्तर: धार्मिक और नाथपंथ से संबंधित चित्र।
प्रश्न: जोधपुर चित्रों की विषयवस्तु में प्रमुख रूप से क्या दर्शाया गया?
उत्तर: राजा का दरबार, युद्ध दृश्य, विवाह आदि।
प्रश्न: मारवाड़ चित्रों में पृष्ठभूमि कैसी होती थी?
उत्तर: गाढ़े रंगों की और सामान्यतः सपाट।
प्रश्न: मारवाड़ शैली में मनुष्यों की आकृतियाँ कैसी दिखाई देती हैं?
उत्तर: मोटे चेहरे, चौड़ी नाक और बड़ी आँखें।
प्रश्न: जोधपुर शैली में प्राकृतिक दृश्यों का प्रयोग कैसा होता है?
उत्तर: सीमित और प्रतीकात्मक रूप में।
प्रश्न: जोधपुर शैली का परिपक्व रूप किस काल में विकसित हुआ?
उत्तर: अठारहवीं शताब्दी के मध्य में।
प्रश्न: जयपुर चित्रशैली का विकास किसके शासनकाल में हुआ?
उत्तर: सवाई जयसिंह (1699–1743) के शासनकाल में।
प्रश्न: जयपुर शैली में किस चित्रशैली का प्रभाव प्रमुख रूप से देखा जाता है?
उत्तर: मुग़ल चित्रशैली का।
प्रश्न: जयपुर शैली की विशेषता क्या है?
उत्तर: सूक्ष्म चित्रण, चमकदार रंग और विस्तृत अलंकरण।
प्रश्न: जयपुर चित्रशैली में किस धार्मिक ग्रंथ का चित्रण अधिक हुआ?
उत्तर: रामायण।
प्रश्न: जयपुर शैली के प्रमुख विषय क्या रहे?
उत्तर: राजा के दरबार दृश्य, युद्ध, शिकार और धार्मिक आयोजन।
प्रश्न: सवाई प्रताप सिंह ने चित्रकला के लिए क्या योगदान दिया?
उत्तर: चित्रशाला की स्थापना और कलाकारों को संरक्षण।
प्रश्न: जयपुर शैली के चित्रों में रंग संयोजन कैसा होता है?
उत्तर: संतुलित और सौंदर्यपरक।
प्रश्न: जयपुर शैली की प्रमुख विशेषता क्या मानी जाती है?
उत्तर: अत्यंत परिष्कृत रेखांकन और रंगों की भव्यता।
प्रश्न: जयपुर शैली में स्त्रियों का चित्रण किस रूप में होता है?
उत्तर: कोमल, सजीव और सज्जित रूप में।
प्रश्न: जयपुर शैली में मुग़ल प्रभाव के बावजूद कौन-सा तत्व स्वदेशी बना रहा?
उत्तर: धार्मिक विषयवस्तु और राजस्थानी परंपरा।
प्रश्न: अलवर चित्रशैली पर प्रारंभ में किस चित्रशैली का प्रभाव था?
उत्तर: बंगाल शैली का।
प्रश्न: अलवर शैली का चित्रण कार्य मुख्यतः किसके संरक्षण में हुआ?
उत्तर: महाराजा बख्तावर सिंह और महाराजा विनय सिंह के काल में।
प्रश्न: अलवर शैली के चित्रों में कौन-से रंग प्रमुख होते थे?
उत्तर: कोमल और हल्के रंग।
प्रश्न: अलवर शैली में किस विषय के चित्र अधिक मिलते हैं?
उत्तर: धार्मिक, संगीत एवं दरबारी दृश्य।
प्रश्न: अलवर चित्रशैली की एक विशेषता क्या थी?
उत्तर: अत्यंत महीन ब्रश कार्य और चेहरे की भाव-भंगिमा।
प्रश्न: अलवर शैली में किस ग्रंथ पर चित्रण उपलब्ध है?
उत्तर: गीत गोविंद।
प्रश्न: अलवर चित्रों में भावनाओं की अभिव्यक्ति किस माध्यम से होती है?
उत्तर: आँखों और मुद्रा के माध्यम से।
प्रश्न: अलवर शैली में चित्रकारों की दृष्टि किस पर अधिक केंद्रित थी?
उत्तर: सौंदर्य और सौम्यता पर।
प्रश्न: अलवर शैली को कौन-सी अन्य राजस्थानी शैली सबसे अधिक प्रभावित करती थी?
उत्तर: जयपुर शैली।
प्रश्न: अलवर शैली के चित्र आज किस संग्रहालय में प्रमुखता से उपलब्ध हैं?
उत्तर: अलवर संग्रहालय।
प्रश्न: राजस्थानी चित्रकला की प्रमुख शैलियों की संख्या कितनी मानी जाती है?
उत्तर: आठ प्रमुख शैलियाँ।
प्रश्न: प्रमुख राजस्थानी चित्रशैलियाँ कौन-कौन सी हैं?
उत्तर: मेवाड़, बूंदी, कोटा, बीकानेर, जयपुर, किशनगढ़, मारवाड़ (जोधपुर), अलवर।
प्रश्न: राजस्थानी चित्रकला की मुख्य विशेषता क्या है?
उत्तर: धार्मिकता, भक्ति, सौंदर्यबोध और रंग योजना।
प्रश्न: राजस्थानी चित्रों में किस भाव की प्रधानता रही है?
उत्तर: शृंगार और भक्ति रस की।
प्रश्न: किस चित्रशैली में राधा-कृष्ण के प्रेम को सबसे सुंदर रूप में दर्शाया गया है?
उत्तर: किशनगढ़ शैली में।
प्रश्न: राजस्थानी चित्रों में रंगों का प्रयोग किस उद्देश्य से किया गया?
उत्तर: भावों की अभिव्यक्ति और सौंदर्यवृद्धि के लिए।
प्रश्न: राजस्थानी चित्रकला ने भारतीय कला को क्या योगदान दिया?
उत्तर: स्वदेशी परंपरा का जीवंत और ललित चित्रात्मक विकास।
प्रश्न: किस शैली में धार्मिक चित्रों के साथ-साथ दरबारी जीवन और शिकार दृश्य भी चित्रित हुए?
उत्तर: कोटा और बूँदी शैली में।
प्रश्न: राजस्थानी चित्रकला में कौन-सा तत्व स्थानीय संस्कृति से जुड़ा है?
उत्तर: लोक परंपराएँ और लोक रंग।
प्रश्न: राजस्थानी चित्रकला की महत्ता किन कारणों से स्थायी बनी रही?
उत्तर: विषय विविधता, धार्मिकता, लोकसंपृक्ति और कलात्मक सौंदर्य।