समाज और हमारा दायित्व

समाज और हमारा दायित्व 

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है क्योंकि
1 वह स्वभाव से ही एक सामाजिक प्राणी है।
2 आवश्यकता मनुष्य को सामाजिक प्राणी बनाती है।
3 समाज व्यक्तित्व का विकास करता है ।
4 समाज हमारी संस्कृति को सुरक्षित रखते हुए अगली पीढ़ी तक पहुंचाता है।

हमारे सामाजिक दायित्व –

समाज के सदस्य के रूप में प्रत्येक व्यक्ति को निम्नलिखित प्रकार का आचरण करना उचित होगा –

1 समाज के प्रति उचित आचरण

हमें बदलते सामाजिक परिवेश को समझकर उसके अनुरूप व्यवहार करना चाहिए। यदि हम अपने समाज के प्रति अपने दायित्वों का ठीक प्रकार से निर्वाह करते हैं तो हमारा समाज और राष्ट्र निरंतर प्रगति करता रहेगा।

2 समाज की उत्पादक इकाई बने

देश की अर्थव्यवस्था एवं उत्पादन बराबर चलता रहे, इसके लिए नागरिकों को निरंतर कार्य में लगे रहना चाहिए। हमें लापरवाही, हड़ताल जैसी गतिविधियों से बचना चाहिए। हमें राष्ट्र को सबल, समृद्ध और सुखी बनाने के लिए निरंतर कार्यशील रहना चाहिए।

3 सार्वजनिक जीवन में अनुशासन

समाज में कुछ लोगों द्वारा किए गए गलत कार्यों से अनुशासनहीनता का वातावरण बनता है, लड़ाई झगड़ा और संघर्ष पैदा होता है। देश और समाज को नुकसान होता है तथा देश की प्रगति बाधित होती है। हमें ऐसा कोई कार्य नहीं करना चाहिए जिससे समाज को कष्ट उठाना पड़े। हमें सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा करनी चाहिए। और अनुशासित जीवन जीना चाहिए।

4 दूसरों के अधिकारों का सम्मान करना-

हम अपने लिए दूसरों से जो अधिकार चाहते हैं वे अधिकार हम उन्हें भी प्रदान करें। समाज में समरसता का निर्माण करने में सहयोग करें हमारा उद्देश्य सभी का उत्कर्ष और उनके सुख-समृद्धि होना चाहिए।

5 संस्कृति की रक्षा

हमारा संविधान हम से अपेक्षा करता है कि हम भारतीय सामासिक संस्कृति और परंपराओं का महत्व समझे। हम अपने पारिवारिक एवं सामाजिक मूल्यों की रक्षा करें। देश के महापुरुषों, स्वाधीनता-संघर्षकालीन राष्ट्रीय आदर्शों का सम्मान करें। हमारी राष्ट्रीय धरोहर और स्मारकों की रक्षा करें।

6 राजनीतिक जागरूकता

भारतीय लोकतंत्र को सशक्त बनाने के लिए राजनीतिक जागरूकता जरूरी है।वह नागरिक राजनीतिक रूप से जागरूक कहलाता है, जो अपने अधिकारों की रक्षा के लिए सजग रहता है। और अपने कर्तव्य का पालन स्वतः ही करता है। लोकतंत्र की सफलता के लिए राजनीतिक जागरूकता आवश्यक है।

7 विवेकपूर्ण मतदान

मतदान करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है, हमें हमेशा योग्य व्यक्ति के पक्ष में ही अपना मतदान करना चाहिए। हमें राष्ट्रहित में सोच समझकर मतदान करना चाहिए।

8 स्वच्छता एवं स्वास्थ्य

घर, मोहल्लों और अन्य सभी सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता बनाए रखें और कचरे को यथास्थान डालें। कोई भी ऐसा कार्य न करें, जो मानव जीवन को खतरे में डालें। मादक एवं नशीले पदार्थों के सेवन से बचें। दूसरों का जीवन बचाने के लिए हमें रक्तदान करना चाहिए, रक्तदान महादान हैं।

9 प्रशासन की सहायता

नकली एवं मिलावटी माल बेचने की, रिश्वत लेने देने संबंधी सूचना, हिंसा फैलाने वालों की सूचना प्रशासन को देनी चाहिए कानून व्यवस्था बनाए रखने में एवं भूकंप, बाढ़ आदि प्राकृतिक आपदाओं के समय नागरिकों एवं प्रशासन की सहायता करनी चाहिए। यातायात नियमों का पालन करना चाहिए।

10 पर्यावरण की रक्षा

प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि हमारी प्राकृतिक धरोहर मंजिल और नदियों की रक्षा और संवर्धन करें अधिक से अधिक पेड़ लगाएं प्रकृति के साधनों का मितव्यता के साथ उपयोग करें हमें पर्यावरण मित्र बनना चाहिए।

11 सेवा कार्य




सबके प्रति दया भाव रखने चाहिए। वृद्धों एवं बालकों की मदद करनी चाहिए। अस्पताल, अनाथालय, वृद्धाश्रम में गरीबों की सेवा में सहयोग एवं शिक्षा का प्रसार करना चाहिए। दिन में कम से कम एक सेवा कार्य अवश्य करना चाहिए।

Leave a Comment

error: Content is protected !!