RBSE Class 10 Samajik Vigyan Board Paper 2020
RBSE Class 10 Samajik Vigyan
Board Paper 2020
राजस्थान बोर्ड कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान प्रश्न पत्र 2020
Q. (1) मौर्य वंश का संस्थापक कौन था?
Who was the founder of the Mourya Dynasty?
उत्तर मौर्य वंश का संस्थापक चंद्रगुप्त मौर्य था।
Q. (2) अकबर ने इबादत खाने का निर्माण क्यों करवाया?
Why did Akbar build Ibadat Khana?
उत्तर अकबर ने इबादत खाने का निर्माण धर्म शास्त्रीय चर्चा करने के लिए करवाया।
Q. (3) वर्तमान समय में प्रत्यक्ष लोकतन्त्र कहाँ पाया जाता है?
Where is the direct democracy found at present?
उत्तर वर्तमान में प्रत्यक्ष लोकतंत्र स्विट्जरलैंड के 5 कैण्टनों में पाया जाता है।
Q. (4) सन् 2011 की जनगणना के अनुसार भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य कौनसा है?
According to the 2011 census, which is the most populated state in the India.
उत्तर सन् 2011 की जनगणना के अनुसार भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य उत्तर प्रदेश है।
Q. (5) भारत में राष्ट्रीय आय गणना के प्रथम अनुमान किसने लगाए? Who was the first estimator of national income of India?
उत्तर भारत में राष्ट्रीय आय की गणना के लिए प्रथम अनुमान 1868 में दादा भाई नौरोजी ने लगाएं।
Q. (6) भारत में वित्तीय वर्ष की समयावधि क्या है? What is the time period of a financial year in India?
उत्तर भारत में वित्तीय वर्ष की समयावधि 1 अप्रैल से 31 मार्च तक होती हैं।
Q. (7) नियोजन क्या है?
What is planning?
उत्तर नियोजन वह तकनीक है जिसमें उपलब्ध संसाधनों का प्राथमिकता क्रम में निर्धारित विभिन्न लक्ष्यों में अनुकूलतम आवंटन एवं उपयोग करके उन्हें प्राप्त करने का प्रयत्न किया जाता है।
Q. (8) मुद्रा स्फिति नियंत्रण का कोई एक मौद्रिक उपाय लिखिए।
Write any one monetary measure to control the inflation.
उत्तर राजकोषीय उपाय।
Q. (9) भारत में गरीबी का कोई एक आर्थिक कारण लिखिए।
Write any one economic factor of poverty in India.
उत्तर भारत में गरीबी का एक आर्थिक कारण जनसंख्या का आर्थिक पिछड़ापन है। आर्थिक पिछड़ेपन की स्थिति में लोग शिक्षा तथा स्वास्थ्य में निवेश नहीं कर पाते हैं।
Q. (10) छिपी या प्रछन्न बेरोजगारी क्या है?
What is the hidden unemployment?
उत्तर कई बार ऐसा होता है कि व्यक्ति रोजगार में संलग्न तो दिखाई देता है, लेकिन कुल उत्पादन में उसका योगदान शुन्य या नगण्य रहता है, इसे छिपी हुई या प्रच्छन्न बेरोजगारी कहते हैं।
Q. (11) आप अपने राज्य की विधानसभा का चनाव लडना चाहते हैं. इस हेतु कौनसी योग्यताएँ होनी आवश्यक है। लिखिये।
You want to contest the assembly election of your state, what qualifications are necessary for this, mention.
उत्तर :- विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए निम्न योग्यताएं होनी चाहिए :-
1 वह भारत का नागरिक हो।
2 उसकी आयु कम से कम 25 वर्ष हो।
3 वह भारत सरकार या राज्य सरकार के अधीन लाभ का पद धारण किए हुए ना हो।
4 वह पागल या दिवालिया घोषित ना किया गया हो ।
5 संसद या राज्य के विधानमंडल द्वारा निर्धारित शर्तों की पूर्ति करता हो।
Q. (12) केन्द्र सरकार के द्वारा संचालित किन्हीं चार जल परियोजनाओं के नाम लिखिए।
Write the names of any four water projects run by the Central Government.
उत्तर केंद्र सरकार द्वारा संचालित जल परियोजनाओं के नाम निम्नलिखित हैं
1भाखड़ा नांगल परियोजना
2 दामोदर घाटी परियोजना
3 हीराकुंड परियोजना
4 सरहिंद परियोजना
Q. (13) व्यापारिक फसलें क्या हैं? कोई दो व्यापारिक फसलों के नाम लिखिए।
What are commercial crops? Write the names of any two commercial crops in India.
उत्तर व्यापारिक फसलें:- ऐसी फसले जिनका उपयोग व्यवसायिक कार्यो के लिए या उद्योग में कच्चे माल के रूप में किया जाता है, व्यापारिक फसलें कहा जाता है।
Q. (14) धात्विक खनिज क्या है? लौह धातु खनिजों के कोई दो उदाहरण दें।
What is metallic mineral? Write any two examples of ferrous metal minerals.
उत्तर धात्विक खनिज :- ऐसे खनिज जिसमें किसी धातु का अंश हो, उसे धात्विक खनिज कहते हैं। जैसे:- सोना, चांदी, कोबाल्ट आदि।
Q. (15) “भारत में सूती वस्त्र उद्योग संकट में हैं”। पक्ष में कोई दो कारण स्पष्ट कीजिए।
“Cotton textile industry in India is in Trouble”. Specify any two reasons in favour.
उत्तर :- “भारत में सूती वस्त्र उद्योग संकट में है” जिसके दो कारण निम्न प्रकार हैं :-
(1) भारतीय सूती वस्त्र उद्योग के समक्ष सबसे बड़ी समस्या निम्न श्रेणी का कच्चा माल है। यहां गुणवत्ता युक्त कच्चे माल का अभाव पाया जाता है।
(2) देश में अधिकांश कारखानों में पुरानी तकनीक व मशीनों से उत्पादन किया जाता है जिससे गुणवत्ता युक्त उत्पाद प्राप्त नहीं हो पाता है।
Q. (16) राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000 की संक्षिप्त में व्याख्या कीजिए।
Describe the National Population Policy of year 2000 in short?
उत्तर राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करके, शिशु मृत्यु दर को (प्रति 1000 में) 30 से कम करके, व्यापक स्तर पर टिकारोधी बीमारियों से बच्चों को छुटकारा दिलाने, लड़कियों की शादी की उम्र को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करने तथा परिवार नियोजन को एक जन केंद्रीय कार्यक्रम बनाने के लिए नीतिगत ढांचा प्रदान करती है।
Q. (17) स्वर्णिम चतुर्भुज महाराजमार्ग की व्याख्या कीजिए।
Explain the Golden Quadrilateral Super Highway.
उत्तर:- स्वर्णिम चतुर्भुज महाराजमार्ग भारत सरकार ने दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई, मुंबई, दिल्ली को जोड़ने वाली 6 लेन वाली महाराजमार्गों की सड़क परियोजना प्रारंभ की हैं। इस परियोजना के तहत दो गलियारे प्रस्तावित हैं प्रथम उत्तर दक्षिण गलियारा जो श्रीनगर को कन्याकुमारी से जोड़ता है। इस महाराजमार्ग का मुख्य उद्देश्य भारत में महानगरों के मध्य की दूरी एवं परिवहन समय को न्यूनतम करना है।
Q. (18) सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु कोई चार उपाय सुझाइए।
Give any four suggestions to prevent road accidents.
उत्तर सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु चार उपाय निम्न प्रकार हैं :-
1 सभी को यातायात के नियमों से अवगत करवाना चाहिए एवं उनके पालन को सख्ती से लागू करना चाहिए।
2 सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
3 व्यस्तता के समय के अनुसार यातायात सिग्नल का समय निर्धारित किया जाना चाहिए।
4 पैदल चलने वालों को सड़क पार करने हेतु “फुटओवर ब्रिजो” का निर्माण किया जाना चाहिए।
Q. (19) “स्वच्छ भारत मिशन से ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति सुधर रही है”। पक्ष में कोई दो कारण बताइये।
“Swachh Bharat Mission is improving the condition of rural areas”. Explain any two reasons in favour.
Q. (20) गुप्तकाल की कोई चार प्रसिद्ध सांस्कृतिक उपलब्धियाँ लिखिए।
Write down any four famous cultural achievements of Gupta period.
उत्तर:- गुप्त काल की प्रसिद्ध सांस्कृतिक उपलब्धियां निम्न प्रकार हैं:-
(1) गुप्त सम्राट वैदिक धर्म को मानने वाले थे। समुद्रगुप्त तथा कुमारगुप्त प्रथम ने तो अश्वमेध यज्ञ भी किया।
(2) चंद्रगुप्त द्वितीय के समय चीनी यात्री फाहियान भारत आया था उसके विवरणों से पता चलता है कि गुप्त साम्राज्य सुशासित था। उसमें अपराध बहुत कम होते थे और कर भार भी बहुत कम था।
(3) राजकाज की भाषा संस्कृत थी। अभिज्ञान शाकुंतलम् नाटक तथा रघुवंशम महाकाव्य के रचयिता कालिदास, मृच्छाकटिकम नाटक के लेखक शूद्रक, मुद्राराक्षस नाटक के लेखक विशाखदत्त तथा सुविख्यात कोशकार अमर सिंह गुप्त काल में ही हुए।
(4) रामायण, महाभारत तथा मनुसंहिता अपने वर्तमान रूप में गुप्त काल में ही सामने आई।
Q. (21) बाबर भारत में किन विजयों के लिए प्रसिद्ध है?
For which victories is Babar famous in India?
उत्तर बाबर भारत में 4 विषयों के लिए प्रसिद्ध हैं जो इस प्रकार हैं :-
(1) पानीपत का प्रथम युद्ध 1526 ई.
(2) खानवा का युद्ध 1527 ई.
(3) चंदेरी का युद्ध 1528 ई.
(4) घाघरा का युद्ध 1529 ई.
(1) पानीपत का प्रथम युद्ध :-
21 अप्रैल 1526 को बाबर तथा इब्राहिम लोदी की सेनाओं के बीच पानीपत का प्रथम युद्ध हुआ, जिसमें बाबर की विजय हुई। इब्राहिम लोदी लड़ता हुआ वीरगति को प्राप्त हुआ।
(2) खानवा का युद्ध :-
16 मार्च 1527 को खानवा के मैदान में बाबर तथा मेवाड़ के शासक राणा सांगा के बीच युद्ध हुआ। बाबर ने तुलुग्मा पद्धति से काम लिया तथा जेहाद का नारा दिया। इस युद्ध में भी बाबर की विजय हुई।
(3) चंदेरी का युद्ध :-
1528 ईसवी में बाबर ने चंदेरी पर आक्रमण किया। यद्यपि राजपूतों ने बाबर की सेना का वीरता पूर्वक मुकाबला किया, परंतु उन्हें पराजय का मुंह देखना पड़ा और चंदेरी पर बाबर का अधिकार हो गया।
(4) घाघरा का युद्ध :-
1529 ईस्वी में घागरा के तट पर अफगानों तथा बाबर की सेनाओं के बीच भीषण युद्ध हुआ, जिसमें अफ़गानों को पराजय का मुंह देखना पड़ा।
Q. (22) जर्मनी के एकीकरण में प्रमुख बाधाएँ कौन-कौन सी थी? किन्हीं चार का उल्लेख कीजिए।
What were the major obstacles in the unification of Germany? Mention any four.
उत्तर जर्मनी के एकीकरण में प्रमुख बाधाएं निम्न प्रकार थी :-
(1) जर्मनी की समस्याओं में ऑस्ट्रिया का हस्तक्षेप।
(2) जर्मन राज्यों में आर्थिक, पांथिक, सामाजिक तथा राजनीतिक में असमानताएं।
(3) इंग्लैंड भी फ्रांस की भांति जर्मन राज्य में रुचि बनाए हुए था। उसने हनोवर प्रांत के बहाने उत्तरी राज्यों में हस्तक्षेप कर रखा था।
(4) अधिकांश राज्यों में शिथिल सैनिक शक्ति।
(5) जनसामान्य में जागृति का अभाव ।
जर्मन के दक्षिणी राज्यों में पॉप का प्रभाव जो जर्मन एकीकरण में बाधक था।
Q. (23) ‘लोकतन्त्र एक श्रेष्ठ शासन व्यवस्था है। इस कथन के पक्ष में आप लोकतन्त्र के किन्हीं दो गुणों का वर्णन कीजिये।
‘Democracy is the best governing system’. Describe any two merits of democracy in favour of the statement.
उत्तर :- ‘लोकतंत्र एक श्रेष्ठ शासन व्यवस्था है।’ जिसके पक्ष में लोकतंत्र के दो गुण निम्न प्रकार हैं :-
(1) सार्वजनिक हित में वृद्धि (2) शक्तिशाली शासन व्यवस्था
(1) सार्वजनिक हित में वृद्धि :-
प्रजातांत्रिक शासन का संचालन जनता के प्रतिनिधियों द्वारा किया जाता है। वे सार्वजनिक हित में वृद्धि करने के वायदे के आधार पर चुनाव जीतते हैं और उन्हें भविष्य में पुनः चुनाव लड़ना होता है।
(2) शक्तिशाली शासन व्यवस्था :-
लोकतंत्र व्यक्ति में राष्ट्र-प्रेम पैदा करता है और यह जन सहमति पर आधारित शासन है, अतः जब भी राष्ट्र पर संकट आता है तो संपूर्ण जनता एक व्यक्ति के रूप में संकट के विरुद्ध खड़ी हो जाती हैं।
Q. (24) भारतीय अर्थव्यवस्था की विकासशीलता को दर्शाने वाली कोई चार विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
Describe any four characteristics of Indian economy as a developing economy.
अथवा/OR
भारतीय अर्थव्यवस्था में आर्थिक सुधारों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
Briefly describe the economic reforms in Indian economy,
उत्तर :- भारतीय अर्थव्यवस्था की विकासशीलता को दर्शाने वाली विशेषताएं निम्न प्रकार हैं :-
1.अर्थव्यवस्था की संरचना में परिवर्तन, 2.विशाल एवं तेजी से फैलता सेवा क्षेत्र, 3. व्यवसायिक संरचना में परिवर्तन, 4. राष्ट्रीय आय व प्रति व्यक्ति आय में सतत एवं तीव्र वृद्धि।
(1) अर्थव्यवस्था की संरचना में परिवर्तन :-
भारत की राष्ट्रीय आय में प्राथमिक क्षेत्र का योगदान निरंतर कम हो रहा है तथा तृतीय क्षेत्र का योगदान निरंतर बढ़ता जा रहा है। यह भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास का सूचक है।
(2) विशाल एवं तेजी से फैलता सेवा क्षेत्र :- वर्तमान में अकेले सेवा क्षेत्र का भारतीय राष्ट्रीय आय में योगदान लगभग 60% हो गया है तथा व्यापार में लगातार वृद्धि हो रही है। यह भारतीय अर्थव्यवस्था की विकासशीलता का महत्वपूर्ण संकेत है।
(3) व्यावसायिक संरचना में परिवर्तन :-
देश में अब रोजगार की दृष्टि से प्राथमिक क्षेत्र पर निर्भरता कम हो रही है तथा आधे से अधिक जनसंख्या वर्तमान में उद्योग एवं सेवा क्षेत्र में कार्यरत हैं। यह हमारी अर्थव्यवस्था की वृद्धि का संकेत है।
(4) राष्ट्रीय आय तथा प्रति व्यक्ति आय में सतत एवं तीव्र वृद्धि :-
1980 के पश्चात भारतीय राष्ट्रीय एवं प्रति व्यक्ति आय में निरंतर वृद्धि हो रही हैं। 1991-2011 के बीच अर्थव्यवस्था की औसत विकास दर 6.8% रही जो वृद्धि का द्योतक है।
Q. (25) वस्तु विनिमय प्रणाली को समझाइये।
Explain the barter system.
उत्तर वस्तु विनिमय प्रणाली:- मुद्रा के वर्तमान स्वरूप तक पहुंचने का पहला चरण वस्तु विनिमय प्रणाली थी। इसमें वस्तुओं के बदले वस्तुओं का लेनदेन होता था। अर्थात वस्तुएं ही मुद्रा के रूप में कार्य करती थी। परंतु वस्तु विनिमय प्रणाली में अनेक कठिनाइयां थी। इसमें आवश्यकताओं के दोहरे संयोग की कठिनाई थी तथा मूल्य के एक मानक मापक का अभाव था एवं इसमें मूल्य के हस्तांतरण तथा अविभाज्य वस्तुओं के संबंध में भी कठिनाइयां थी। इन कठिनाइयों के कारण इसका स्थान मौद्रिक विनिमय प्रणाली ने ले लिया।
Q. (26) आपके अनुसार उपभोक्ता के रूप में आपको कौन-कौन से विधिक अधिकार प्राप्त है कोई चार का उल्लेख कीजिए।
According to you, what legal rights do you have as a consumer? Describe an four.
उत्तर :- उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1886 की धारा 6 में उपभोक्ताओं को संरक्षण एवं संवर्धन के लिए निम्न अधिकार प्राप्त हैं:-
1. परिसंकटमय माल के विरुद्ध संरक्षण का अधिकार
2. सूचित किए जाने या सूचना का अधिकार
3. अनैतिक शोषण के विरुद्ध परितोष प्राप्त करने का अधिकार
4. उपभोक्ता शिक्षा पाने का अधिकार
(1) परिसंकटमय माल के विरुद्ध संरक्षण का अधिकार:-
उपभोक्ता को उस माल के विपणन के विरुद्ध संरक्षण दिए जाने का अधिकार होता है, जो माल या सेवा उनके जीवन एवं संपत्ति के लिए संकट पैदा करते हैं। जैसे अपमिश्रित खाद्य पदार्थ जीवन के लिए हानिकारक है।
(2) सूचना का अधिकार :- जो वस्तु या माल उपभोक्ता क्रय करता है, उसके गुण, मात्रा, शुद्धता और मूल्यों के बारे में उपभोक्ता को उत्पादक से सूचना लेने का अधिकार है।
(3) अनैतिक शोषण के विरुद्ध परितोष प्राप्त करने का अधिकार :-
उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम की धारा 36 में उपभोक्ताओं को अवरोध या अनैतिक शोषण के विरुद्ध परितोष प्राप्त करने का अधिकार है।
(4) उपभोक्ता शिक्षा पाने का अधिकार :-
राष्ट्रीय उपभोक्ता परिषद को यह दायित्व दिया गया है कि उपभोक्ताओं को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत उनके उपचारों के प्रति उचित शिक्षा उपलब्ध करवाएं।
Q. (27) सीकर किसान आन्दोलन पर एक निबन्ध लिखिए।
Write an essay on Sikar Peasant Movement.
अथवा/OR
निम्नलिखित में से किन्हीं तीन पर टिप्पणी लिखिए :
i) सन्यासी विद्रोह ii) भील विद्रोह iii) श्यामजी कृष्ण वर्मा iv) चम्पारण किसान आन्दोलन
Write a brief note on any three of the following:
i) Sanyasi Rebellion ii) Bhil Rebellion ii) Shyamji Krishna Varma iv) Champaran Peasant Movement
उत्तर:- (1) सन्यासी विद्रोह :-
बंगाल पर अंग्रेजी राज्य स्थापित होने के बाद जब 1769 में भीषण अकाल पड़ा, उधर कंपनी के अधिकारियों ने कर भी बड़ी कठोरता के साथ वसूले। सन्यासी कृषि के साथ-साथ धार्मिक यात्राएं भी नियमित करते थे। तीर्थ स्थानों पर आने-जाने पर प्रतिबंध लगाने से सन्यासी लोग नाराज हो गए। इन सन्यासियों की अन्याय के विरुद्ध लड़ने की परंपरा थी और उन्होंने जनता के साथ मिलकर कंपनी की कोठियों तथा कोषों पर आक्रमण कर लूट लिये। लेकिन एक लंबे अभियान के बाद वारेन हेस्टिंग ने इस विद्रोह को दबा दिया।
(2) भील विद्रोह :-
भील जनजाति पश्चिमी तट के खानदेश नामक इलाके में रहती थी। 1812-19 तक इन्होंने अपने नए स्वामी अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह कर दिया। कंपनी अधिकारियों का मानना था कि इस विद्रोह को पेशवा बाजीराव द्वितीय तथा उसके प्रतिनिधि त्रिक्बजी दांगलिया ने प्रोत्साहित किया था। वास्तविक कारण कृषि संबंधी कष्ट तथा नई सरकार से भय था। अंग्रेजी सेना की अनेक टुकड़िया इसको दबाने में लगी हुई थी। उन्होंने 1825 ईस्वी में सेवरम के नेतृत्व में पुनः विद्रोह किया तथा 1831 ईसवी तथा 1846 ईसवी में पुनः विद्रोह किए गए।
(3) श्यामजी कृष्ण वर्मा :-
श्यामजी कृष्ण वर्मा पश्चिमी भारत के काठियावाड़ प्रदेश में रहने वाले थे। उन्होंने कैंब्रिज विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की तथा बैरिस्टर बन गए। भारत लौटने पर अंग्रेज पॉलिटिकल रेजीडेंटों के आचरण से दुखी होकर भारत को स्वतंत्र कराने का दृढ़ निश्चय किया और अपना कार्य क्षेत्र लंदन को बनाया। देश से बाहर स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए क्रांतिकारी संगठन स्थापित करने की पहल श्यामजी कृष्ण वर्मा ने ही की। 1905 ईस्वी में भारत स्वशासन समिति का गठन किया जिसे इंडिया हाउस की संज्ञा दी जाती हैं।
(4) चंपारण किसान आंदोलन :-
उत्तर बिहार के चंपारण जिले में यूरोपियन नील के उत्पादक बिहारी किसानों पर अत्याचार करते थे। इसके विरोध करने के लिए गांधी जी ने बाबू राजेंद्र प्रसाद की सहायता से किसानों की वास्तविक स्थिति की जांच की। किसानों को अहिंसात्मक आंदोलन करने के लिए कहा, लेकिन बाद में जून 1917 में एक जांच समिति बनाई जिसकी रिपोर्ट पर चंपारण कृषि अधिनियम पारित किया गया।
Q. (28) भारत के राष्ट्रपति की निम्न शक्तियों का वर्णन कीजिये –
अ) कार्यपालिका अथवा प्रशासनिक शक्तियाँ
ब) विधायी शक्तियाँ
Describe the following powers of the President of India –
a) Executive or Administrative powers
b) Legislative powers
अथवा/OR
भारत के सर्वोच्च न्यायालय की निम्न शक्तियों एवं कार्यों का वर्णन कीजिये –
अ) प्रारम्भिक क्षेत्राधिकार
ब) अपीलीय क्षेत्राधिकार
Describe the following powers and functions of the Supreme Court of India –
a) Original Jurisdiction
b) Appellate Jurisdiction
उत्तर :- कार्यपालिका तथा प्रशासनिक शक्ति :-
संविधान के अनुच्छेद 53 के अनुसार संघ की कार्यपालिका शक्ति राष्ट्रपति में निहित होगी।
(1) महत्वपूर्ण अधिकारियों की नियुक्ति :-
राष्ट्रपति भारत संघ के अनेक महत्वपूर्ण अधिकारियों की नियुक्ति करता है जैसे प्रधानमंत्री की सलाह से अन्य मंत्री, राज्यों के राज्यपाल, उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों, महालेखा परीक्षक, संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष और सदस्य तथा विदेशों में राजदूत आदि।
(2) शासन संचालन संबंधी शक्ति :-
इस संबंध में उसके द्वारा विभिन्न प्रकार के नियम बनाए जा सकते हैं। वह संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक, सर्वोच्च न्यायालय के अधिकारियों व कर्मचारियों की नियुक्ति तथा नियंत्रक व महालेखा परीक्षक की शक्तियों से संबंधित नियमों का निर्माण करता है। मंत्री परिषद के सदस्यों के बीच विभागों का वितरण भी उसी के द्वारा किया जाता है।
(3) वैदेशिक क्षेत्र में शक्ति :-
भारतीय संघ का वैधानिक प्रमुख होने के नाते राष्ट्रपति विदेशी क्षेत्र में भारत का प्रतिनिधित्व करता है। वह विदेशों में स्थित भारतीय दूतावासों के लिए राजदूतों व कूटनीतिक प्रतिनिधियों की नियुक्ति करता है। विदेशों के राजदूत व राजनयिक प्रतिनिधियों के प्रमाण पत्रों को स्वीकार करता है। विदेशों से संधियां व समझौते भी राष्ट्रपति के नाम से ही किए जाते हैं।
(4) सैनिक क्षेत्र में शक्ति :-
राष्ट्रपति भारत की समस्त सेनाओं का प्रधान सेनापति है, किंतु इस अधिकार का प्रयोग वह कानून के अनुसार ही कर सकता है। प्रतिरक्षा सेवाओं, युद्ध और शांति आदि के विषय में कानून बनाने की शक्ति केवल संसद को प्राप्त है।
(ब) विधायी शक्तियां :- राष्ट्रपति को भारतीय संसद का भी अभिन्न अंग माना गया है। और इस रूप में राष्ट्रपति को विधायी क्षेत्र की विभिन्न शक्तियां प्राप्त है :-
(1) विधायी क्षेत्र का प्रशासन :-
राष्ट्रपति को विधायक क्षेत्र के प्रशासन से संबंधित अनेक शक्तियां प्राप्त है। वह संसद के अधिवेशन बुलाता है और अधिवेशन समाप्ति की घोषणा करता है। वह प्रधानमंत्री की सिफारिश पर लोकसभा को उसके निश्चित कार्यकाल से पूर्व भी भंग कर सकता है। अब तक 9 बार लोकसभा को समय से पूर्व भंग किया जा चुका है। संसद के अधिवेशन के प्रारंभ में राष्ट्रपति दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में भाषण देता है।
(2) सदस्यों को मनोनीत करने की शक्ति :-
राष्ट्रपति को राज्यसभा में 12 सदस्यों को मनोनीत करने का अधिकार है जिनके द्वारा साहित्य, विज्ञान, कला या अन्य किसी क्षेत्र में विशेष सेवा की गई हो। वह लोकसभा में दो आंग्ल-भारतीय सदस्यों को मनोनीत कर सकता है।
(3) विधेयक पर निषेधाधिकार का प्रयोग :-
संसद द्वारा स्वीकृत प्रत्येक विधेयक राष्ट्रपति की स्वीकृति के बाद ही कानून का रूप ग्रहण करता है। वह साधारण विधेयक को कुछ सुझावों के साथ संसद को पुनः विचार के लिए लौटा सकता है। लेकिन वह विधेयक संसद द्वारा पुनः संशोधन के साथ या बिना संशोधन के पारित कर दिया जाता है तो राष्ट्रपति को दूसरी बार उसे स्वीकृति देनी होगी।
(4) अध्यादेश जारी करने की शक्ति :-
जिस समय संसद का अधिवेशन न चल रहा हो उस समय राष्ट्रपति को अध्यादेश जारी करने का अधिकार प्राप्त है। यह अध्यादेश संसद का अधिवेशन प्रारंभ होने से 6 सप्ताह बाद तक लागू रहेंगे, लेकिन संसद चाहे तो उसके द्वारा इस अवधि से पूर्व भी इन अध्यादेश ओं को समाप्त किया जा सकता है।
Q. (29) राज्य मन्त्रिपरिषद् की शक्तियों एवं कार्यों की विवेचना कीजिये।
Explain the powers and functions of the State Council of Ministers.
अथवा/OR
राज्य विधान परिषद् के गठन की विस्तृत विवेचना कीजिये।
Explain the Formation of the State Legislative-Council.
उत्तर :- राज्य मंत्रीपरिषद की शक्तियां व कार्य :-
यद्यपि संविधान के अनुच्छेद 165 में मंत्रीपरिषद का कार्य राज्यपाल को सहायता और परामर्श देना ही बतलाया गया है, किंतु वास्तविक स्थिति नितांत विपरीत ही है। संविधान के द्वारा राज्यपाल को राज्य शासन के संबंध में जो शक्तियां प्रदान की गई हैं, व्यवहार में उन सबका प्रयोग मंत्रीपरिषद द्वारा ही किया जाता है।
(1) शासन की नीति निर्धारित करना :-
मंत्रिपरिषद का सबसे महत्वपूर्ण कार्य शासन की नीति निर्धारित करना है। चाहे गृह विभाग हो या शिक्षा, स्वास्थ्य अथवा कृषि, शासन की नीति का निर्धारण मंत्रीपरिषद के द्वारा ही किया जाता है। मंत्रिपरिषद न केवल नीति निर्धारित करती है वरन् उसे कार्य रूप में परिणित करती है।
(2) उच्च पदों पर नियुक्ति के संबंध में राज्यपाल को परामर्श :-
संविधान के अनुसार राज्यपाल महाधिवक्ता, राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों तथा अन्य अधिकारियों की नियुक्ति करता है। व्यवहार के अंतर्गत राज्यपाल के द्वारा ये सभी नियुक्तियां मंत्रिपरिषद के परामर्श के आधार पर ही की जाती है।
(3) विधानमंडल में शासन का प्रतिनिधित्व :-
मंत्रीगण विधानसभा और विधान परिषद में उपस्थित होकर सदस्यों के प्रश्नों तथा आलोचनाओं का उत्तर देते हैं और शासन की नीति का प्रतिनिधित्व या समर्थन करते हैं।
(4) कानून निर्माण का कार्यक्रम निश्चित करना :-
मंत्रिपरिषद न केवल शासन वरन् कानून निर्माण के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। विधानमंडल में कौन-कौन से विधेयक तथा किस क्रम में प्रस्तुत किए जाएंगे, इसका निर्णय मंत्रीपरिषद को ही करना होता है।
(5) बजट तैयार करवाना :-
राज्य का वार्षिक बजट वित्तीय वर्ष के प्रारंभ होने से पूर्व वित्त मंत्री द्वारा विधानसभा में प्रस्तुत किया जाता है। यह बजट मंत्रीपरिषद द्वारा निश्चित की गई नीति के आधार पर ही तैयार किया जाता है। बजट को पारित कराने का उत्तरदायित्व भी मंत्रीपरिषद का ही होता है।
Q. (30) दिये गये भारत के रेखा मानचित्र में निम्नलिखित को अंकित कीजिए :
अ) हीराकुण्ड परियोजना
ब) कपास फसल क्षेत्र
स) बोकारो
द) विशाखापत्तनम
य) तूतीकोरिन
Mark the following in the given outline map of India :
a) Hirakund Project
b) Cotton cropped area
c) Bokaro
d) Visakhapatnam
e) Tuticorin