vishv vano ke prakar
विश्व में पाए जाने वाले वनों के प्रकार
सदाबहार वन :- उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन :-
अत्यधिक गर्म व अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में विषुवत रेखा के दोनों ओर 10° उत्तरी व 10° दक्षिणी अक्षांशों तक
वर्षभर हरा-भरा रहने वाले विश्व की सर्वाधिक लताएं
विश्व मैं सर्वाधिक जैव विविधता इन वनों में पाई जाती है
कठोर लकड़ी वाले वृक्ष :- आबनूस, महोगनी व रोजवुड दक्षिण अमेरिका के अमेजन बेसिन में तथा अफ्रीका के कांगो बेसिन व दक्षिण पूर्वी एशिया में पाए जाते हैं
ब्राजील में इन्हें शेरवा कहा जाता है
इन्हें पृथ्वी के फेफड़े भी कहते हैं
विश्व का सबसे बड़ा सांप ‘एनाकोंडा’ पाया जाता है
शीतोष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन :-
मध्य अक्षांशो के तटीय क्षेत्रों में महाद्वीपों के पूर्वी किनारों पर (दक्षिण पूर्वी अमेरिका) (यहां बांस, यूकेलिप्टस तथा चीड जैसे कठोर व मुलायम वृक्ष)
पतझड़ी वन :-
उष्णकटिबंधीय मानसूनी वन (पर्णपाती या पतझड़ी वन)
फलों की कृषि के कारण भूमध्य सागरीय प्रदेश को विश्व का फलोद्यान भी कहा जाता है
वृक्ष में एक बार शुष्क मौसम में 6-7 सप्ताह हेतु अपनी पत्तियां गिरा देते है
नीम ,महुआ, शीशम, जामुन, साल व सागवान वृक्ष (कठोर लकड़ी के वृक्ष)
दक्षिणी व दक्षिण पूर्वी एशिया दक्षिण चीन पश्चिम दीप समूह उतरी ऑस्ट्रेलिया पूर्वी अफ्रीका और ब्राजील के तटीय क्षेत्रों में यह वन पाए जाते हैं
शीतोष्ण कटिबंधीय पतझड़ी वन:-
उच्च अक्षांशो में यह वन पाए जाते हैं उत्तर पूर्वी अमेरिका तथा पश्चिमी यूरोप के तटीय भागों में पाए जाते हैं।
भूमध्यसागरीय वन :-
महाद्वीपों के दक्षिण पश्चिम तथा पश्चिमी किनारों पर दोनों गोलार्धो में 30 डिग्री से 40 डिग्री अक्षांश के मध्य पाए जाने वाले वनों
(भूमध्य सागर के निकट क्षेत्रों में अधिक) पाया जाना
पश्चिम एशिया उत्तरी अफ्रीका दक्षिणी यूरोप में भूमध्य सागर के किनारों पर पाए जाते हैं
संयुक्त राज्य अमेरिका के पश्चिम भाग में स्थित केलीफोर्निया दक्षिण अफ्रीका के दक्षिण पश्चिम में भाग में दक्षिण अमेरिका के मध्य चिली में तथा दक्षिण-पश्चिम ऑस्ट्रेलिया में इन प्रदेशों में ग्रीष्म काल शुष्क व शीतकाल में वर्षा होती है।
सर्वाधिक रसदार फलों की खेती क्षेत्र में होती है- (जैतून अंगूर संतरा नींबू वर्गीय फल)