कक्षा 8 हिंदी वसंत अध्याय 1 लाख की चूड़ियाँ पाठ सार
लाख की चूड़ियाँ पाठ में लेखक अपने बचपन की यादों को ताजा करते हैं। वे बताते हैं कि उनके गाँव में एक मनिहार था जिसका नाम बदलू था। बदलू लाख की चूड़ियाँ बनाता था। वह बहुत कुशल कारीगर था और उसकी बनाई हुई चूड़ियाँ बहुत सुंदर होती थीं। गाँव की सभी महिलाएं बदलू की बनाई हुई चूड़ियाँ पहनती थीं।
लेखक को बदलू काका बहुत पसंद थे। वह अक्सर बदलू काका के घर जाता था और उनसे लाख की चूड़ियों के बारे में बात करता था। बदलू काका उसे लाख की गोलियाँ बनाकर भी देते थे। लेखक को बदलू काका की बनाई हुई लाख की गोलियाँ बहुत पसंद थीं।
लेखक बड़े होकर फिर से अपने गाँव गए। वे बदलू काका से मिलने गए। बदलू काका अब बूढ़े हो चुके थे, लेकिन वे अभी भी लाख की चूड़ियाँ बनाते थे। लेखक को पता चला कि अब गाँव में लाख की चूड़ियों की मांग बहुत कम हो गई है। लोग अब काँच की चूड़ियाँ पहनना पसंद करते हैं।
बदलू काका इस बदलाव से दुखी थे, लेकिन वे अपने काम को छोड़ने को तैयार नहीं थे। वे कहते थे कि लाख की चूड़ियाँ बहुत मजबूत और टिकाऊ होती हैं। काँच की चूड़ियाँ जल्दी टूट जाती हैं।
लेखक बदलू काका के दृढ़ निश्चय की प्रशंसा करते हैं। वे कहते हैं कि बदलू काका एक सच्चे कारीगर हैं। वे अपने काम के प्रति समर्पित हैं।
पाठ की प्रमुख शिक्षाएं
बदलते समय के साथ भी अपने सिद्धांतों को नहीं छोड़ना चाहिए।
अपने काम के प्रति समर्पित रहना चाहिए।
लोकप्रियता के पीछे नहीं भागना चाहिए।