Utpaadan ki Avadhaarana उत्पादन की अवधारणा

Utpaadan ki Avadhaarana उत्पादन की अवधारणा

Utpaadan ki Avadhaarana

 उत्पादन की अवधारणा

प्रश्न 1 उपयोगिता किसे कहते हैं ?

उत्तर किसी वस्तु में भाषांतर जो मानवीय आवश्यकताओं को पूरा कर सकती है, उपयोगिता कहलाती है।

प्रश्न 2 उपयोगिता का सृजन किसके द्वारा होता है ?

उत्तर उपयोगिता का सृजन उत्पादन प्रक्रिया द्वारा होता है।

प्रश्न 3 वस्तुओं और सेवाओं की मांग किन पर आधारित होती है ?

उत्तर वस्तुओं और सेवाओं की मांग वस्तुओं और सेवाओं के उपभोग पर आधारित होती है।

प्रश्न 4 वस्तुओं एवं सेवाओं की पूर्ति किसके द्वारा निर्धारित होती हैं ?

उत्तर वस्तुओं और सेवाओं की पूर्ति उनकी उत्पादन की मात्रा द्वारा निर्धारित होती हैं ।

प्रश्न 5 PCI का पूरा नाम बताइए ?

उत्तर PCI का पूरा नाम प्रति व्यक्ति राष्ट्रीय आय है।

प्रश्न 6 उत्पादन समृद्धि का लोगों के जीवन स्तर पर क्या प्रभाव पड़ता है ?

उत्तर उत्पादन की समृद्धि एवं गुणवत्ता का लोगों के जीवन स्तर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।



प्रश्न 7 उत्पादन शब्द का अर्थ बताइए ?

उत्तर उत्पादन किसी वस्तु की उपयोगिता का सृजन उपयोगिता में वृद्धि या उपयोगिता का निर्माण करने को कहा जाता है।

प्रश्न 8 अल्फ्रेड मार्शल के अनुसार उत्पादन की परिभाषा बताइए ?

उत्तर अल्फ्रेड मार्शल के अनुसार उपयोगिता का सृजन करना ही उत्पादन होता है।

प्रश्न 9 फ्रेजर के शब्द में उत्पादन की परिभाषा लिखिए ?

उत्तर फ्रेजर ने उत्पादन की परिभाषा उपयोगिता की पुनः स्थापना करना माना है।

प्रश्न 10 मेयर्स के अनुसार उत्पादन क्या है ?

उत्तर मेरठ के अनुसार उत्पादन आदान प्रदान हेतु वस्तुओं और सेवाओं के रूप में परिणाम देने वाली एक प्रक्रिया है

प्रश्न 11 जेराल्ड डब्लु स्टान के द्वारा उत्पादन की परिभाषा लिखिए

उत्तर जेराल्ड डब्लु स्टान के अनुसार ‘उत्पादन, साधनों को निर्गतो में परिवर्तित करने की प्रक्रिया है।’

प्रश्न 12 सरल शब्दों में उत्पादन की एक लोकप्रिय परिभाषा लिखिए ?

उत्तर उत्पादन एक प्रकार का वस्तुओं में सेवाओं का प्रवाह है उत्पादन की एक विशेष प्रक्रिया है उत्पादन प्रक्रिया के द्वारा किसी वस्तु या सेवा की मानवीय आवश्यकता को संतुष्ट करने की क्षमता में वृद्धि या क्षमता का सर्जन या निर्माण होता हो



प्रश्न 13 उत्पादन में किन साधनों का उपयोग किया जाता है ?

उत्तर उत्पादन श्रम पूंजी भूमि प्रबंधन व तकनीक तथा साहस या उद्यमशीलता की सहायता से किया जाता है

प्रश्न 14 आदा या पड़ते किसे कहा जाता है?

उत्तर उत्पादन के साधनों को आदा या पड़ते कहते हैं।

प्रश्न 15 प्रदा या निर्गत किसे कहते हैं ?

उत्तर वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन को प्रदा या निर्गत कहते हैं।

प्रश्न 16 प्रकृति के अनुसार उत्पादन के साधनों के नाम बताइए ?

उत्तर प्रकृति के अनुसार उत्पादन के साधन निम्नानुसार होते हैं श्रम पूंजी भूमि व प्राकृतिक संसाधन तकनीक व प्रबंधन साहस या उद्यमशीलता

प्रश्न 17 भूमि की विशेषताएं लिखिए ?

उत्तर भूमि को प्रकृति का उपहार माना जाता है भूमि में कृपणता का गुण पाया जाता है भूमि की उर्वरा शक्ति में भिन्नता भी पाई जाती हैं।

प्रश्न 18 भूमि में कृपणता का गुण पाए जाने से क्या आशय हैं ?

उत्तर भूमि में कृपणता का गुण पाया जाता है अर्थात भूमि की मात्रा सीमित होती हैं।



प्रश्न 19 अर्थशास्त्र में श्रम शब्द से क्या तात्पर्य हैं ?

उत्तर अर्थशास्त्र में श्रम से अभिप्राय धन या मुद्रा के बदले किया जाने वाला शारीरिक या मानसिक उत्पादक कार्य होता है

प्रश्न 20 परंपरावादी आर्थिक विचारों के अनुसार उत्पादन की एक मूल साधन का नाम बताइए ?

उत्तर परंपरावादी आर्थिक विचारों के अनुसार श्रम उत्पादन का एक मूल साधन है

प्रश्न 21 उत्पादन प्रक्रिया में श्रम की क्या भूमिका है ?

उत्तर श्रम अन्य साधनों को उत्पादन की प्रक्रिया में सक्रिय करता है श्रम की पूर्ति मात्रात्मक व गुणात्मक दोनों प्रकार की होती है

प्रश्न 22 अर्थशास्त्र में पूंजी शब्द का उदाहरण बताइए ?

उत्तर अर्थशास्त्र में पूंजी शब्द के उदाहरण विभिन्न प्रकार की मशीनें यंत्र इत्यादि हैं

प्रश्न 23 प्रबंधन व तकनीक से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर उत्पादन प्रक्रिया में प्रबंधन व तकनीक का महत्वपूर्ण स्थान होता है प्रबंधन व तकनीक के द्वारा उत्पादन का संगठन किया जाता है

प्रश्न 24 समाजवादी व पूंजीवादी अर्थव्यवस्था में साहसी द्वारा उठाए जाने वाले जोखिम में क्या अंतर है ?

उत्तर समाजवादी अर्थव्यवस्था में साहसी द्वारा उठाया गया जोखिम कम होता है जबकि पूंजीवादी अर्थव्यवस्था में साहसी व्यवसाइयों को अधिक जोखिम वहन करना पड़ता है



प्रश्न 25 श्रम प्रधान तकनीक क्या होती है ?

उत्तर उत्पादन की वह तकनीक जिसमें श्रम का अधिक उपयोग किया जाता है श्रम प्रधान तकनीक कहलाती है

प्रश्न 26 पूंजी प्रधान तकनीक से आप क्या समझते हैं?

उत्तर उत्पादन की वह तकनीक जिसमें पूंजी का अधिक उपयोग किया जाता है पूंजी प्रधान तकनीक कहलाती है

प्रश्न 27 उत्पादन सिद्धांत को समझने के लिए किन अवधारणाओं को समझना आवश्यक है?

उत्तर उत्पादन सिद्धांत को समझने के लिए निम्नलिखित तीन अवधारणाओं को समझना आवश्यक होता है कुल उत्पादन औसत उत्पादन सीमांत उत्पादन

प्रश्न 28 TP, AP, MP के पूरे नाम बताइए ?

उत्तर TP, AP, MP के पूरे नाम इस प्रकार है
TP = कुल उत्पादन AP =औसत उत्पादन MP =सीमांत उत्पादन।

प्रश्न 29 कुल उत्पादन किसे कहते हैं ?

उत्तर किसी एक समय अवधि में उत्पादन के सभी साधनों का प्रयोग करके कुल जितना उत्पादन किया जाता है उसे कुल उत्पादन कहते हैं

प्रश्न 30 औसत उत्पादन किसे कहते हैं ?

उत्तर कुल उत्पादन में परिवर्तनशील साधन की इकाइयों की संख्या का भाग देने पर प्राप्त संख्या औसत उत्पादन कहलाती है



Utpaadan ki Avadhaarana उत्पादन की अवधारणा

प्रश्न 31 सीमांत उत्पादन को समझाइए ?

उत्तर किसी परिवर्तनशील साधन की मात्रा में एक इकाई का परिवर्तन करने के कारण कुल उत्पादन में जो परिवर्तन होता है उसे उस साधन का सीमांत उत्पादन कहते हैं

प्रश्न 32 उत्पादन की कितनी स्थितियां चरण होते हैं ?

उत्तर उत्पादन की 3 स्थितियां या चरण होते हैं प्रथम चरण द्वितीय चरण तथा तृतीय चरण

प्रश्न 33 उत्पादन के प्रथम चरण को समझाइए ?

उत्तर उत्पादन के प्रथम चरण को उत्पादन की प्रथम अवस्था या बढ़ते औसत उत्पादन की अवस्था कहा जाता है उत्पादन की इस अवस्था में उत्पादन के साधनों के अनुपातों की अनुकूलता के कारण उत्पादन बढ़ती दर से बढ़ता है इस स्थिति में सीमांत उत्पादन में वृद्धि होने के कारण सीमांत उत्पादन वक्र औसत उत्पादन वक्र के ऊपर स्थित होता है

प्रश्न 34 उत्पादन के द्वितीय चरण को समझाइए?

उत्तर उत्पादन के द्वितीय चरण को द्वितीय अवस्था अथवा घटते प्रतिफल की द्वितीय अवस्था कहा जाता है इस अवस्था में कुल उत्पादन में घटती दर से वृद्धि होती है और साधनों की अनुकूलता समाप्त होने लगती है इस चरण के अंत में सीमांत उत्पादकता शून्य तथा कुल उत्पादन वक्र उच्चतम स्तर पर होता है

प्रश्न 35 उत्पादन की तृतीय स्थिति समझाइए?

उत्तर उत्पादन की तृतीय स्थिति को तृतीय अवस्था अथवा परिणात्मक प्रतिफल की तृतीय अवस्था कहा जाता है इस स्थिति में साधनों के मध्य आनुपातिक संबंध नहीं रहता है और इसके अभाव में कुल उत्पादन में कमी होती है ऐसी स्थिति में कुल उत्पादन घटने लगता है तथा सीमांत उत्पादन ऋणात्मक हो जाता है।

प्रश्न 36 विवेकशील उत्पादक किस स्थिति तक उत्पादन करता है और क्यों ?

उत्तर एक उत्पादक की विवेकपूर्ण उत्पादन की अवस्था उस स्थिति में होती है जब दी हुई लागत में उत्पादन अधिकतम किया जा सके इसी प्रकार एक दिए हुए उत्पादन की लागत न्यूनतम हो जाए एक उत्पादक की विवेकपूर्ण उत्पादन की अवस्थाएं उत्पादक का संतुलन या उत्पादक का साम्य कहलाता है।

प्रश्न 37 परिवर्तनशील अनुपातों का नियम क्या है ?

उत्तर एक सीमा के पश्चात परिवर्तनशील साधन की सीमांत उत्पादकता में कमी होने से कुल उत्पादन में भी खराश होने लगता है चाहे एक साधन को स्थिर रखकर अन्य साधनों में परिवर्तन करें या अन्य साधनों को स्थिर रखकर एक साधन को बढ़ाया जाए

प्रश्न 38 प्रोफेसर स्टिगलर के अनुसार परिवर्तनशील अनुपातों का नियम क्या है ?

उत्तर प्रोफेसर स्टिगलर के अनुसार यदि उत्पत्ति के अन्य साधनों की इकाई को स्थिर रखकर किसी एक साधन की समान इकाइयां जोड़ी जावे तो एक सीमा के पश्चात सीमांत उत्पत्ति में कमी हो जावेगी

प्रश्न 39 श्रीमती जॉन रॉबिंसन के अनुसार उत्पत्ति हास नियम क्या है ?

उत्तर श्रीमती जॉन रॉबिंसन के अनुसार उत्पत्ति हास नियम यह बताता है कि किसी एक उत्पत्ति के साधन की मात्रा को स्थिर रखा जाए तथा अन्य साधनों की मात्रा में उत्तरोत्तर वृद्धि की जाए तो एक निश्चित बिंदु के बाद उत्पादन में घटती हुई दर से वृद्धि होगी

प्रश्न 40 परिवर्तनशील अनुपातों के नियम की मान्यताएं लिखिए ?



उत्तर परिवर्तनशील अनुपातों के नियम की मान्यताएं निम्नलिखित हैं :-
1उत्पादन का एक साधन परिवर्तनशील होता है जबकि अन्य साधन स्थिर रहते हैं ।
2 उत्पादन के साधनों के अनुपात में परिवर्तन संभव हैं।
3 परिवर्तनशील साधन की सभी इकाइयां समरूप होती हैं ।
4 उत्पादन की तकनीक में कोई परिवर्तन नहीं होता है।
5 यह नियम केवल अल्पकाल में लागू होता है दीर्घकाल में नहीं।

प्रश्न 41उत्पादन फलन की अवधारणा का महत्व बताइए ?

उत्तर उत्पादन फलन की अवधारणाओं का एक उत्पादक समाज व सरकारों के लिए अत्यधिक महत्व होता है उत्पादक किसी वस्तु यह सेवा के उत्पादन के निर्णय उत्पादन फलन की लागतो की तुलना के आधार पर करते हैं

प्रश्न 42 सरकार व समाज उत्पादन की लागत घटाने के लिए क्या करते हैं ?

उत्तर सरकार व समाज उत्पादन की लागत घटाने के लिए नवीन शोध कार्यों को बढ़ाने के लिए भारी मात्रा में धन खर्च करती हैं वह शोध एवं विकास से संबंधित संस्थानों की स्थापना करते हैं

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