अर्थशास्त्र कक्षा 11 सांख्यिकी एक परिचय

उपभोक्ता किसे कहते हैं
व्यक्ति अपनी व्यक्तिगत अपने परिवार की अथवा उन अन्य व्यक्तियों की आवश्यकता को संतुष्ट कर सके जिसे वह उपहार देना चाहता है तब वह उपभोक्ता कहलाता है

विक्रेता किसे कहते हैं
उत्तर जब वस्तुओं को स्वयं के लाभ के लिए बेचते हैं तो बेचने वाले को विक्रेता कहते हैं

उत्पादन किसे कहते हैं
वस्तुओं के उत्पादन करने वाले को उत्पादक कहते हैं उदाहरण के तौर पर किसान अथवा विनिर्माता
सेवा धारी कहते हैं
जब कोई नौकरी करते हैं अथार्थ दूसरों के लिए कार्य करते हैं जिसके लिए उनको पारिश्रमिक दिया जाता है अथार्थ क** के बदले के बदले मजदूरी या वेतन दिया जाता है तो उन्हें सेवा धारी कहते हैं
सेवा प्रदाता किसे कहते हैं
जब कोई भुगतान लेकर अन्य व्यक्तियों को सेवा प्रदान करते हैं तो उन्हें सेवा प्रदाता कहते हैं उधारण डॉक्टर वकील
आर्थिक क्रियाएं क्या होती हैं
आर्थिक क्रियाएं वह होती है जो धन प्राप्त करने के लिए की जाती हैं आर्थिक क्रियाएं कहलाती हैं अर्थशास्त्र में इन्हें जीवन के आम कारोबार के नाम से जाना जाता है
अर्थशास्त्र का आधारभूत सबक क्या है.
आप किसी वस्तु को चुनते हैं जिन्हें आप सबसे ज्यादा आवश्यक मानते हैं यही अर्थशास्त्र का आधारभूत सबक है.
सभी आर्थिक समस्याओं की जड़ किसे कहा जाता है.
अभाव सभी आर्थिक समस्याओं की जड़ है यदि आभाव न होता तो कोई आर्थिक समस्या ही नहीं होती तब हमको अर्थशास्त्र पढ़ने की आवश्यकता भी नहीं पढ़ती
हमको अभाव का सामना क्यों करना पड़ता है

हम अभाव का सामना इसलिए करते हैं क्योंकि जो वस्तुएं हमारी आवश्यकता की पूर्ति करती हैं उनकी उपलब्धता सीमित होती हैं
अर्थशास्त्र को प्राय कितने भागों में बांटा जाता है

अर्थशास्त्र के अध्ययन को प्राय 3 भागों में बांटा जाता है उपभोग उत्पादन एवं वितरण
प्रश्न उपभोग का अध्ययन क्या है
उत्तर जब हम जानना चाहते हैं कि उपभोक्ता यह निर्णय कैसे करता है कि वह अपनी सीमित आय को देखते हुए अनेक वैकल्पिक वस्तुओं में से किन वस्तुओं को खरीदें यह उपभोग का अध्ययन कहलाता है
प्रश्न उत्पादन का अध्ययन क्या है अथवा उत्पादन का अध्ययन किसे कहा जाता है

उत्तर जब हम यह जानना चाहते हैं कोई उत्पादक जिसे अपनी लागत और कीमत है इसका चयन कैसे करता है कि बाजार के लिए क्या उत्पादन करें इसे उत्पादन का अध्ययन करना कहते हैं
वितरण का अध्यन शब्द से आपका क्या तात्पर्य है
उत्तर जब हम यह जानना चाहते हैं कि राष्ट्रीय आय या कुल आय जो देश में उत्पादन से प्राप्त होती है मजदूरी लाभ तथा ब्याज को कैसे वितरित किया जाता है यह वितरण का अध्यन कहलाता है
अर्थशास्त्र को अधिकांश अर्थशास्त्री किस रूप में परिभाषित करते हैं
व्यक्ति और समाज अपनी आवश्यकता को पूरा करने के लिए तथा समाज के विभिन्न व्यक्तियों एवं समूहों में उपभोग हेतु वितरित करने के लिए इस का चुनाव कैसे करें की वैकल्पिक प्रयोग वाले अल्प संसाधनों का प्रयोग विभिन्न वस्तुओं के उत्पादन में हो सके अर्थशास्त्र इसका अध्ययन हैं

आंकड़े किसे कहते है
उत्तर किसी विषय के संबंधित आर्थिक तथ्यों को संख्याओं के रूप में लिखा जाता है उन्हें हम आंकड़े कहते हैं

प्रश्न आर्थिक समस्याओं के बारे में आंकड़ों का संग्रह क्यों किया जाता है
उत्तर हम आर्थिक समस्याओं के बारे में आंकड़ों का संग्रह समस्याओं के विभिन्न कारणों को जानने और उनकी व्याख्या करने के उद्देश्य से करते हैं
प्रश्न अर्थशास्त्र में नीतियों से क्या तात्पर्य है
उत्तर जब हम आर्थिक समस्याओं को सुलझाने के लिए उपायों को खोजने का प्रयास करते हैं तो अर्थशास्त्र में ऐसे उपायों को नीतियों के रूप में जाना जाता है
दैनिक बोलचाल की भाषा में सांख्यिकी शब्द का प्रयोग कितने अर्थों में होता है
उत्तर दैनिक बोलचाल की भाषा में सांख्यिकी शब्द का प्रयोग दो भिन्न अर्थों में होता है पहला एकवचन तथा दूसरा बहुवचन में
प्रश्न ऑक्सफोर्ड शब्दकोश के अनुसार बहुवचन के रूप में सांखिकी शब्द का क्या तात्पर्य है
उत्तर ऑक्सफोर्ड शब्दकोश के अनुसार बहुवचन के रूप में सांख्यिकी शब्द का तात्पर्य व्यवस्थित रुप से संग्रहित संख्यात्मक तथ्य से हैं
प्रश्न आंकड़ों यह सांख्यिकी में कितने प्रकार के तथ्य होते हैं
उत्तर सांखिकी में मात्रात्मक एवं गुणात्मक दो प्रकार के तथ्य होते हैं
अर्थशास्त्र में गुणात्मक आंकड़ों से क्या तात्पर्य है
उत्तर गुणात्मक आंकड़ों की मुख्य विशेषता यह होती है कि इसमें किसी व्यक्ति विशेष यह व्यक्तियों के समूह विशेष के ऐसे गुणों की व्याख्या होती है जीने मात्रात्मक रूप से तो नहीं मापा जा सकता लेकिन यथासंभव सही रुप से करना आवश्यक होता है
प्रश्न सांखिकी क्या करती हैं अथवा अर्थशास्त्री के लिए सांख्यिकी क्या है
उत्तर किसी अर्थशास्त्री के लिए सांख्यिकी एक ऐसा अपरिहार्य साधन है जो किसी आर्थिक समस्या को समझने में उसकी सहायता करता है एक बार जब समस्या के कारणों का पता चल जाता है तब इससे निपटने के लिए निश्चित नीतियों का निर्माण करना सरल हो जाता है

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