नकदी विहीन लेन देन

नकदी विहीन लेन देन

नकदी विहीन लेन देन

प्रश्न 1 भारत में ई-कॉमर्स का प्रयोग कब से किया जा रहा है ?
उत्तर भारत में ई-कॉमर्स का प्रयोग एक दशक पूर्व से किया जा रहा है।
प्रश्न 2 ई-कॉमर्स व्यवसाय क्या है ?
उत्तर ई-कॉमर्स व्यवसाय व्यापार की एक उन्नत और नवीन तकनीक है, जिसमें इंटरनेट के माध्यम से व्यापार का संचालन किया जाता है।
प्रश्न 3 वाणिज्यिक फर्मों ने इंटरनेट का उपयोग कब प्रारंभ कर दिया था ?
उत्तर सन 1990 से ।
प्रश्न 4 नकदी विहीन लेन देन का क्या अर्थ है ?
उत्तर नकदी विहीन लेन देन शब्द का अर्थ है कि बिना नगद के आर्थिक लेनदेन करना। इस प्रकार के लेन-देन क्रेता और विक्रेता वस्तुओं एवं सेवाओं के बदलें गैर नगद अथवा नगद रहित रूप में करते हैं।
प्रश्न 5 नकदी विहीन लेन देन किसके द्वारा किया जाता है ?
उत्तर नकदी विहीन लेन देन क्रेडिट कार्ड, एटीएम कम डेबिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग अथवा चेक आदि के द्वारा भी किया जा सकता है।



प्रश्न 6 नकदी विहीन लेन देन के माध्यम बताइए ।
उत्तर नकदी विहीन लेन देन के माध्यम निम्नलिखित हैं- 1चेक या ड्राफ्ट द्वारा भुगतान
2 इंटरनेट बैंकिंग द्वारा भुगतान
3 स्वाइप मशीन द्वारा भुगतान
4 ATM मशीन द्वारा भुगतान
5 मोबाइल ऐप द्वारा भुगतान
6 यूएसएसडी तकनीक द्वारा भुगतान
7 माइक्रो एटीएम के द्वारा भुगतान इत्यादि।

प्रश्न 7 भारत में ई-कॉमर्स कब प्रारंभ हुआ ?
उत्तर भारत में ई-कॉमर्स लगभग एक दशक पूर्व प्रारंभ हो चुका है ।
प्रश्न 8 नगद विहीन लेन देन का सबसे सरल तरीका कौन सा है ?
उत्तर नगद विहीन लेन देन का सबसे सरल तरीका चेक या ड्राफ्ट द्वारा भुगतान हैं ।
प्रश्न 9 चेक या ड्राफ्ट द्वारा भुगतान को समझाइए। उत्तर चेक द्वारा भुगतान में क्रेता अपने बैंक खाते पर जारी चेक बुक के द्वारा भुगतान करता है। और बड़े सौदों के लिए ड्राफ्ट का उपयोग करता है जो विक्रेता के पक्ष में बनवाया जाता है।
प्रश्न 10 इंटरनेट बैंकिंग द्वारा भुगतान को समझाइए।
उत्तर इंटरनेट बैंकिंग द्वारा ग्राहक विक्रेता से घर बैठे ऑनलाइन अनेक वस्तु एवं सेवाएं खरीद सकता है ।



प्रश्न 11 स्वाइप मशीन द्वारा भुगतान कैसे किया जाता है ?
उत्तर स्वाइप मशीन के द्वारा विक्रेता अपने ग्राहकों से भुगतान प्राप्त करते हैं। ग्राहक इस सेवा में डेबिट कार्ड अथवा क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर भुगतान करते हैं ।
प्रश्न 12 ATM मशीन द्वारा भुगतान को समझाइए ।
उत्तर ATM द्वारा भुगतान के अंतर्गत क्रेता अपने ATM कार्ड से विक्रेता के खाते में सीधा राशि स्थानांतरित कर देते हैं, किंतु इसके लिए क्रेता और विक्रेता दोनों का खाता एक ही बैंक में होना चाहिए तथा BANK का IFSC कोड की भी जानकारी होना आवश्यक है ।
प्रश्न 13 स्वाइप मशीन द्वारा भुगतान के लिए उपभोक्ता किसका उपयोग करता है ?
उत्तर स्वाइप मशीन द्वारा भुगतान के लिए उपभोक्ता क्रेडिट कार्ड अथवा डेबिट कार्ड कम एटीएम कार्ड का उपयोग करता है।
प्रश्न 14 ATM मशीन द्वारा भुगतान के लिए किस कोड की जानकारी होना आवश्यक है ?
उत्तर ATM मशीन द्वारा भुगतान के लिए बैंक के आईएफएससी कोड की जानकारी होना आवश्यक है।
प्रश्न 15 मोबाइल ऐप द्वारा भुगतान को समझाइए ।
उत्तर मोबाइल ऐप द्वारा भुगतान इंटरनेट बैंकिंग का ही दूसरा तरीका है, व्यापारिक बैंकों द्वारा ऐप जारी किए गए जिनके द्वारा स्मार्टफोन की सहायता से भुगतान किया जा सकता है। यह ऐप Google Play Store से डाउनलोड की जा सकती हैं ।



प्रश्न 16 नगद विहीन लेन देन के लिए बैंकों ने कौन से ऐप जारी किए हैं ?
उत्तर नगद विहीन लेन देन के लिए बैंकों ने ई वॉलेट जारी किए हैं ।
प्रश्न 17 नगद विहीन लेन देन के लिए भारत सरकार द्वारा जारी ऐप का नाम बताइए
उत्तर भारत सरकार ने नगद विहीन लेन देन के लिए भीम ऐप जारी किया है ।
प्रश्न 18 भीम का पूरा नाम बताइए ।
उत्तर भीम का पूरा नाम भारत इंटरफ़ेस फॉर मनी है ।
प्रश्न 19 भीम ऐप किसके नाम पर समर्पित किया गया है?
उत्तर भीम ऐप भारत के संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के नाम पर समर्पित किया गया है।
प्रश्न 20 यूएसएसडी का पूरा नाम बताइए ।
उत्तर यूएसएसडी का पूरा नाम अनस्टरक्चडृ सप्लीमेंट्री सर्विस डाटा तकनीक है।
प्रश्न 21 ए.ई.पी.एस. का पूरा नाम बताइए ।
उत्तर आईपीएस का पूरा नाम आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम है।



प्रश्न 22 यूएसएसडी तकनीक द्वारा भुगतान को समझाइए ।
उत्तर यूएसएसडी तकनीक द्वारा हम बिना स्मार्ट फोन और इंटरनेट के एक साधारण फोन द्वारा भी भुगतान कर सकते हैं, इसके लिए अपने मोबाइल से *99# डायल करके अपने बैंक के पहले तीन अक्षर या IFSC कोड के पहले चार अक्षर दर्ज करने होते हैं फिर MMID और MPIN की सहायता से हम भुगतान कर सकते है। यह एक सबसे सरल, सहज नगद विहीन लेन देन का माध्यम है ।
प्रश्न 23 माइक्रो एटीएम के द्वारा भुगतान पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर माइक्रो एटीएम को POS कहा जाता है, यह आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम पर कार्य करता है। इसके लिए हमारा खाता आधार नंबर से जुड़ा होना आवश्यक होता है। अर्थात इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए हमें आधार नंबर और बैंक खाता दोनों पता होना आवश्यक है ।
प्रश्न 24 नगद विहीन लेन देन के लाभ बताइए।
उत्तर नगद विहीन लेन देन के आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण से कुछ महत्वपूर्ण लाभ इस प्रकार हैं –
1 समय और धन की बचत
2 नगद रखने से छुटकारा
3 बैंकों पर दबाव में कमी
4 राजस्व में वृद्धि
5 कालाबाजारी में कमी
6 अवैध कार्यों पर लगाम इत्यादि।



प्रश्न 25 नकदी विहीन लेन देन की सीमाएं बताइए ।
उत्तर नकदी विहीन लेन देन लागू करने में कुछ कठिनाइयां एवं सीमाएं हैं, जो निम्न प्रकार हैं-
1अशिक्षित वर्ग को कठिनाई
2 बैंकिंग आदतों में कमी
3 धोखाधड़ी की आशंका
4 अनेक सौदों में अनुपयोगी
5 बैंकिंग सुविधाओं का विस्तार सीमित
6 साइबर अपराधों पर रोकथाम हेतु प्रभावी कानूनों की कमी ।
प्रश्न 26 डिजिटल लेनदेन के दौरान रखी जाने वाली आवश्यक सावधानियां बताइए ।
उत्तर डिजिटल लेनदेन के दौरान रखी जाने वाली सावधानियां निम्नलिखित है-
1 ATM कार्ड के इस्तेमाल को लेकर अपने गुप्त विवरण उजागर नहीं करने चाहिए।
2 किसी भी प्रकार की पूछताछ संदिग्ध लगने पर तुरंत अपने बैंक से संपर्क करना चाहिए ।
3 गुप्त नंबर डेबिट कार्ड अथवा क्रेडिट कार्ड के साथ लिखकर कभी नहीं रखना चाहिए।
4 स्वाइप मशीन द्वारा भुगतान करते समय गोपनीयता बरतनी चाहिए ।
5 मोबाइल ऐप का ऑफिशियल सोर्स देखकर ही इस्तेमाल करना चाहिए।
6 अपने अकाउंट स्टेटमेंट पर नियमित नजर रखनी चाहिए ।
7 समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहना चाहिए।
8 अपना मोबाइल इस्तेमाल करने के लिए अनजान व्यक्ति को नहीं देना चाहिए।
9 खाते में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर को कभी नहीं बदलना चाहिए, यह ओटीपी की सुरक्षा के लिए आवश्यक है।



प्रश्न 27 भारत के संदर्भ में नगद विहीन लेन देन की प्रासंगिकता बताइए ।
उत्तर भारत सरकार ने 9 नवंबर 2016 को विमुद्रीकरण का प्रयोग किया। तब अचानक नकदी की कमी आने से नगद विहीन लेन देन के माध्यमों की अत्यधिक आवश्यकता का अनुभव किया गया। ऐसे में डिजिटल लेनदेन अथवा नगद विहीन लेन देन को एक बेहतर रूप में देखा जाने लगा। निजी कंपनियों द्वारा इस प्रकार के लेनदेन पर कैशबैक ऑफर दिए दिए जाते है। सरकार ने भी इसे प्रोत्साहित करने के लिए जागरूकता के साथ-साथ विशेष छूट के अवसर उपलब्ध कराएं। भारत सरकार ने विमुद्रीकरण के पश्चात डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने और नकदी विहीन लेन देन को लोकप्रिय बनाने के लिए 94 करोड रुपए के विज्ञापन प्रसारित किए। इस प्रकार डिजिटल लेनदेन एक ओर सरल और सुविधाजनक माध्यम है वहीं दूसरी ओर तेजी से उभरती भारतीय अर्थव्यवस्था की ज़रूरत भी बन चुका है।

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