अर्थशास्त्र कक्षा 12 अध्याय-2 उपभोक्ता का संतुलन

उपभोक्ता का संतुलन

उपभोक्ता का संतुलन

प्रश्न 1 उपभोक्ता किसे कहते हैं?
उत्तर उपभोक्ता वह होता है जो वस्तुओं में सेवाओं को अपनी संतुष्टि के लिए खरीदता है।
प्रश्न 2 उपभोक्ता का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर उपभोक्ता का मुख्य उद्देश्य अपनी आय से अधिकतम संतुष्टि प्राप्त करने का प्रयास है
प्रश्न 3 उपभोक्ता व्यवहार के विश्लेषण के लिए उपलब्ध विश्लेषणों के नाम बताइए
उत्तर 1 गणनावाचक विश्लेषण 2 क्रमवाचक विश्लेषण
प्रश्न 4 गणनावाचक विश्लेषण का प्रतिपादन किसके द्वारा किया गया ?
उत्तर गणनावाचक विश्लेषण का प्रतिपादन मार्शल, पीगू आदि अर्थशास्त्रियों द्वारा किया गया।
प्रश्न 5 गणनावाचक विश्लेषण के अनुसार उपयोगिता किस प्रकार की धारणा है?
उत्तर गणनावाचक विश्लेषण के अनुसार उपयोगिता आत्मनिष्ठ एवं अंतरावलोकनीय धारणा है।





प्रश्न 6 क्रमवाचक विश्लेषण का प्रतिपादन किसने किया
उत्तर क्रमवाचक विश्लेषण का प्रतिपादन प्रोफेसर जे. आर. हिक्स एवं प्रोफेसर आर.जी.डी. एलेन ने किया।
प्रश्न 7 उपयोगिता को मापनीय बताने वाले अर्थशास्त्रियों के नाम बताइए
उत्तर एजवर्थ , एंटोनेली, इरविंग फिशर ने उपयोगिता को मापनीय बताया।
प्रश्न 8 अर्थशास्त्र में उपयोगिता को मापने की इकाई बताइए
उत्तर मार्शल के अनुसार उपयोगिता को यूटिल्स के रूप में मापा जा सकता है।
प्रश्न 9 उपयोगिता विश्लेषण की मान्यताएं बताइए उत्तर उपयोगिता विश्लेषण मुख्यतः निम्नलिखित मान्यताओं पर आधारित है –
1उपभोक्ता विवेकशील है।
2 उपभोक्ता अपनी उपयोगिता को अधिकतम करता है ।
3 उपभोक्ता को विभिन्न पसंदो एवं चयन की पूर्ण जानकारी होती हैं ।
4 उपयोगिता को मुद्रा के रूप में मापा जा सकता है।
5 मुद्रा की सीमांत उपयोगिता स्थिर मानी जाती हैं।
प्रश्न 10 उपयोगिता व संतुष्टि में अंतर बताइए
उत्तर उपयोगिता और संतुष्टि में अंतर निम्न प्रकार से किया जा सकता है –
एक वस्तु को उपयोग करने से पूर्व किसी भी वस्तु की उपयोगिता हो सकती है किंतु संतुष्टि तो वस्तुओं के उपयोग करने पर ही प्राप्त होती है।
उपयोगिता को आशातीत और संतुष्टि को प्राप्त उपयोगिता कहा जाता है।
उपयोगिता को यूटिल्स द्वारा मापा जाता है किंतु संतुष्टि का मापन संभव नहीं है।
उपरोक्त अंतरो के पश्चात भी उपयोगिता विश्लेषण में यह दोनों एक दूसरे के पर्यायवाची माने जाते हैं



प्रश्न 11 उपयोगिता के प्रकार बताइए
उत्तर कुल उपयोगिता सीमांत उपयोगिता
प्रश्न 12 कुल उपयोगिता किसे कहते हैं
उत्तर किसी दिए हुए समय में एक वस्तु की विभिन्न इकाइयों के उपयोग से जो कुल संतुष्टि प्राप्त होती है उसे कुल उपयोगिता कहा जाता है।
प्रश्न 13 कुल उपयोगिता की विशेषता बताइए
उत्तर वस्तु की इकाइयों के लगातार उपभोग से कुल उपयोगिता एक बिंदु तक बढ़ती है और फिर किसी एक बिंदु पर यह अधिकतम हो जाती है इस बिंदु के बाद भी वस्तु का उपयोग जारी करने पर उपभोक्ता के लिए कुल उपयोगिता घटने लगती हैं
प्रश्न 14 अधिकतम संतोष का बिंदु किसे कहते हैं
उत्तर जिस बिंदु पर कुल उपयोगिता अधिकतम हो जाती है उसे अधिकतम संतोष का बिंदु कहते हैं।
प्रश्न 15 सीमांत उपयोगिता किसे कहते हैं
उत्तर किसी दिए हुए समय में उपभोक्ता के द्वारा वस्तु की एक इकाई का उपभोग बढ़ाने से कुल उपयोगिता में आने वाला परिवर्तन सीमांत उपयोगिता कहलाता है इसमें अन्य वस्तुओं के उपभोग को स्थिर माना जाता है
प्रश्न 16 कुल उपयोगिता और सीमांत उपयोगिता में संबंध बताइए
उत्तर सीमांत उपयोगिता में एक वस्तु के उपयोग में एक इकाई के परिवर्तन का प्रभाव कुल उपयोगिता पर देखा जाता है यदि उपभोग में परिवर्तन एक इकाई से ज्यादा होने पर कुल उपयोगिता में परिवर्तन एवं उपभोग मात्रा में परिवर्तन का अनुपात सीमांत उपयोगिता को दर्शाता है कुल उपयोगिता वस्तुओं की सभी इकाइयों से प्राप्त सीमांत उपयोगिता के योग के बराबर होती है
जिस बिंदु पर कुल उपयोगिता अधिकतम होती है वहां सीमांत उपयोगिता 0 के बराबर होती है इस बिंदु को उपभोक्ता का संतृप्ति बिंदु कहते हैं इस बिंदु के प्राप्त होने से पहले तक सीमांत उपयोगिता धनात्मक रहती है जबकि कुल उपयोगिता बढ़ती हुई दर से बढ़ती है तथा इस बिंदु के बाद भी उपभोग को बढ़ाने पर सीमांत उपयोगिता ऋणात्मक हो जाती है और कुल उपयोगिता घटने लगती है।




प्रश्न 17 सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम का प्रतिपादन किसने किया
उत्तर सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम का प्रतिपादन 1854 में गौसेन ने किया।
प्रश्न 18 सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम का दूसरा नाम बताइए
उत्तर सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम को गोसन का प्रथम नियम भी कहते हैं।
प्रश्न 19 सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम क्या है
उत्तर जैसे-जैसे हम किसी वस्तु के उपभोग को बढ़ाते हैं तो हर उत्तरोत्तर इकाई के उपभोग से प्राप्त सीमांत उपयोगिता घटती रहती है इसे ही सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम कहते हैं
प्रश्न 20 मार्शल के अनुसार सीमांत उपयोगिता हास नियम की परिभाषा दीजिए
उत्तर मार्शल के अनुसार एक वस्तु के स्टॉक में वृद्धि होने से व्यक्ति को जो अतिरिक्त संतुष्टि प्राप्त होती है वह भंडार में हुई प्रत्येक वृद्धि से कम होती जाती है
प्रश्न 21 सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम की मान्यताएं बताइए ।
उत्तर सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम की मान्यताएं- 1 उपभोक्ता का व्यवहार विवेकशील माना जाता है
2 उपयोगिता मापनीय है और इसके लिए मुद्रा का उपयोग किया जाता है
3 मुद्रा की सीमांत उपयोगिता को स्थिर माना जाता है 4 उपभोग की गई वस्तु की इकाइयां उचित आकार एवं गुणों की दृष्टि से समरूप होनी चाहिए
5 उपभोग की प्रक्रिया सतत होती है
6 उपभोक्ता की आदतें रुचि तथा फैशन में दिए हुए समय में कोई परिवर्तन नहीं होता है
प्रश्न 22 सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम के लागू होने के कारण बताइए
उत्तर 1विभिन्न वस्तुएं एक दूसरे की अपूर्ण स्थानापन्न है । इसलिए एक वस्तु के उपयोग को बढ़ाने से सीमांत उपयोगिता घटने लगती हैं।
2 विशिष्ट आवश्यकताओं की तृप्ति हो सकती है एक निश्चित स्तर के बाद किसी वस्तु विशेष का उपयोग और नहीं बढाया जा सकता। जैसे नमक।





प्रश्न 23 सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम का महत्व बताइए उत्तर 1उपयोगिता हास नियम द्वारा मांग का नियम, सम सीमांत उपयोगिता नियम आदि नियमों की व्युत्पत्ति होती है।
2 इस नियम का उपयोग सार्वजनिक वित्त में किया जाता है।
3 इस नियम की सहायता से हीरा पानी विरोधाभास की व्याख्या की गई है।
प्रश्न 24 हीरा पानी विरोधाभास क्या है स्पष्ट कीजिए
उत्तर पानी जीवन में उपयोगी होने के कारण इसकी कुल उपयोगिता हीरे से प्राप्त कुल उपयोगिता से अधिक होती है किंतु किसी वस्तु की कीमत उनसे प्राप्त सीमांत उपयोगिताओं पर निर्भर करती हैं पानी के बहुत उपयोग की वजह से पानी की सीमांत उपयोगिता कम रहती है और हम इसकी कम कीमत देने को तैयार रहते हैं जबकि हीरे की अल्प मात्रा में उपलब्धता के कारण हम इसकी अधिक कीमत देने को तैयार रहते हैं अतः हीरे से प्राप्त सीमांत उपयोगिता अधिक रहती हैं । हीरे और पानी की उपयोगिताओ और उनकी कीमतों में इसी अंतर को हम हीरा पानी विरोधाभास कहते हैं।
प्रश्न 25 उपभोक्ता के संतुलन से क्या तात्पर्य है?
उत्तर उपभोक्ता के संतुलन से तात्पर्य विश्राम की स्थिति और न बदलने की प्रवृति होती है एक उपभोक्ता जब संतुलन की स्थिति में होता है तो वह अपने उपभोग के स्तर को नहीं बदलता है अर्थात उसे उस स्थिति में अधिकतम संतुष्टि मिलती है।
प्रश्न 26 सम सीमांत उपयोगिता नियम क्या है?
उत्तर सम सीमांत उपयोगिता नियम के अनुसार उपभोक्ता यदि एक ही वस्तु का उपभोग करता है तो वह उस वस्तु की उस मात्रा पर संतुलन की स्थिति में होगा जहां उस वस्तु से प्राप्त सीमांत उपयोगिता वस्तु की बाजार कीमत के बराबर होगी।
जबकि एक से अधिक प्रकार की वस्तुओं के उपभोग के समय उपभोक्ता के संतुलन की स्थिति के लिए आवश्यक है कि उपभोग की जाने वाली सभी वस्तुओं की सीमांत उपयोगिता एवं उनकी कीमतों का अनुपात समान हो तभी उपभोक्ता संतुलन की स्थिति में होता है।
प्रश्न 27 सम सीमांत उपयोगिता नियम के अतिरिक्त एक और आवश्यक शर्त कौन सी हैं ?
उत्तर सम सीमांत उपयोगिता नियम के अतिरिक्त आमदनी के प्रतिबंध की शर्त भी उपभोक्ता के संतुलन के लिए आवश्यक है जिसके अनुसार उपभोक्ता द्वारा उपभोग की जाने वाली समस्त वस्तुओं का खर्च उपभोक्ता की आय के बराबर होना चाहिए।
प्रश्न 28 सम सीमांत उपयोगिता नियम की सीमाएं बताइए।
उत्तर 1इस नियम के अनुसार उपभोक्ता को वैकल्पिक पसंद की पूर्ण जानकारी होती है जबकि वास्तविकता में उपभोक्ता दूसरे वैकल्पिक चयन के बारे में अनजान होता है। 2 इस नियम में उपभोक्ता को विवेकशील माना गया है जो व्यवहारिकता में सही नहीं पाया जाता है 3 इस नियम में माना जाता है कि सभी वस्तुएं विभाज्य है जबकि वास्तविकता में मकान ,कार आदि अविभाज्य होती हैं।
4 यह नियम उपयोगिता को मापे जाने तथा मुद्रा की सीमांत उपयोगिता के स्थिर होने पर आधारित है जो कि अवास्तविक मान्यताएं हैं।
5 बजट की अवधि का अनिश्चित होना इस नियम के प्रतिपादन में बहुत बड़ी बाधा है।

प्रश्न 29 सम सीमांत उपयोगिता नियम का महत्व स्पष्ट कीजिए
उत्तर सम सीमांत उपयोगिता नियम अर्थशास्त्र के उपभोग उत्पादन विनिमय एवं वितरण सभी क्षेत्रों में लागू होता हैं । उपभोक्ता अपनी सीमित आय को खर्च कर सम सीमांत उपयोगिता नियम से अधिकतम संतुष्टि प्राप्त करता है। एक उत्पादक अपने सीमित साधनों से उत्पादन को अधिकतम करने में इस नियम को प्रयोग में लाता है ऐसा करने पर वह प्रति इकाई उत्पादन की लागत कम करता है, इस नियम का प्रयोग विनिमय वितरण सार्वजनिक क्षेत्र में भी किया जाता है। बचत और उपभोग के मध्य निर्णय भी इस नियम के प्रयोग द्वारा किया जा सकता है।




प्रश्न 30 उपभोक्ता संतुलन के क्रमवाचक दृष्टिकोण का प्रतिपादन किसने किया?
उत्तर उपभोक्ता संतुलन के क्रमवाचक दृष्टिकोण का प्रतिपादन हिक्स एवं ऐलन ने किया।
प्रश्न 31क्रमवाचक विश्लेषण में किन वक्रो का उपयोग किया जाता है?
उत्तर क्रमवाचक विश्लेषण में तटस्थता वक्रो का उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 32 तटस्थता वक्र क्या है ?
उत्तर एक तटस्थता वक्र दो वस्तुओं के विभिन्न संयोग बतलाता है, जो एक उपभोक्ता को समान संतुष्टि प्रदान करते हैं।
प्रश्न 33 तटस्थता वक्र बनाने के लिए क्या आवश्यक है उत्तर एक तटस्थता वक्र बनाने के लिए एक तटस्थता अनुसूची होनी चाहिए जो x एवं y वस्तुओं के विभिन्न संयोग बताती है जिसमें उपभोक्ता तटस्थ रहता है।
प्रश्न 34 तटस्थता मानचित्र से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर जब एक से अधिक तटस्थता वक्र एक साथ बनाए जाते हैं तो इसे हम तटस्थता मानचित्र कहते हैं। सबसे निचला तटस्थता वक्र सबसे कम संतुष्टि के स्तर को बताता है। जैसे जैसे हम ऊँचे तटस्थता वक्र की ओर बढ़ते हैं तो संतुष्टि का स्तर भी ऊंचा होता जाता है।
एक उपभोक्ता एक तटस्थता वक्र के विभिन्न संयोगों में तटस्थ होता है लेकिन वह नीचे तटस्थता वक्र की तुलना में ऊंचे तटस्थता वक्र को प्राथमिकता देता है।
प्रश्न 35 तटस्थता वक्र विश्लेषण की मान्यताएं लिखिए
उत्तर 1 उपभोक्ता को विवेकशील माना जाता है।
2 इसके अनुसार उपयोगिता क्रमवाचक होती है।
3 उपभोक्ता का व्यवहार संगति युक्त माना जाता है।
4 उपभोक्ता की कुल उपयोगिता विभिन्न वस्तुओं की उपयोग की गई मात्रा पर निर्भर करता है।
5 तटस्थता वक्र विश्लेषण में प्रतिस्थापन की सीमांत दर को घटती हुई माना जाता है।
प्रश्न 36 प्रतिस्थापन की सीमांत दर से आप क्या समझते हैं ?





उत्तर y वस्तु के लिए X वस्तु के प्रतिस्थापन की सीमांत दर y वस्तु की वे मात्राएं होती हैं जो X वस्तु की प्रत्येक अतिरिक्त इकाई को प्राप्त करने के लिए त्यागी जाती है ताकि कुल संतुष्टि का स्तर समान रखा जा सके।
प्रश्न 37 तटस्थता वक्र मूल बिंदु के उन्नतोदर क्यों होते हैं
उत्तर तटस्थता वक्र के बाईं ओर से दांयी ओर चलने पर प्रतिस्थापन की सीमांत दर घटती है प्रतिस्थापन की सीमांत दर घटने के कारण तटस्थता वक्र मूल बिंदु के उन्नतोदर होते हैं।
प्रश्न 38 तटस्थता वक्र की विशेषताएं लिखिए
उत्तर 1 तटस्थता वक्र का ढाल ऋणात्मक होता है।
इसका कारण यह है कि अगर उपभोक्ता को समान संतुष्टि के स्तर पर रहना है तो किसी एक वस्तु की मात्रा को घटाने पर ही वह अन्य वस्तु के उपभोग को बढ़ा सकता है। तटस्थता वक्र है न तो क्षैतिज सरल रेखा न ही लंबवत सरल रेखा होते हैं। तटस्थता वक्र न ही धनात्मक ढाल वाले होते हैं।
2 तटस्थता वक्र मूल बिंदु के उन्नतोदर होते हैं।
तटस्थता वक्र की विशेषता घटती हुई सीमांत प्रतिस्थापन की दर के कारण होती है
3 तटस्थता वक्र एक दूसरे को नहीं काटते हैं।
प्रत्येक तटस्थता वक्र संतुष्टि के अलग-अलग स्तरों को दर्शाता है इस कारण यह वक्र एक दूसरे को नहीं काटते हैं।
प्रश्न 39 बजट रेखा या कीमत रेखा क्या है
उत्तर बजट रेखा दो वस्तुओं के उन विभिन्न संयोगों को बतलाती है जिन्हें उपभोक्ता अपनी सीमित आय व दोनों वस्तुओं की कीमतों के दिए होने पर प्राप्त कर सकता है। बजट रेखा का ढाल कीमत अनुपातों के बराबर होता है।
प्रश्न 40 उपभोक्ता संतुलन की शर्तें लिखिए
उत्तर उपभोक्ता के संतुलन का बिंदु वह बिंदु होता है जहां पर बजट रेखा एक तटस्थता वक्र को स्पर्श करती हैं यह अधिकतम संतुष्टि का बिंदु होता है उपभोक्ता के संतुलन का बिंदु वह बिंदु होता है जहां पर प्रतिस्थापन की सीमांत दर कीमत अनुपातों के बराबर होती है उपभोक्ता के संतुलन के बिंदु पर प्रतिस्थापन की सीमांत दर गिरती हुई होनी चाहिए अथार्थ तटस्थता वक्र मूल बिंदु के उन्नतोदर होना चाहिए।



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